दिल्ली में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केजरीवाल 5 हथियार का कर रहे हैं इस्तेमाल, मोदी सरकार का किया शुक्रिया
By अनुराग आनंद | Published: June 27, 2020 04:18 PM2020-06-27T16:18:00+5:302020-06-27T16:18:00+5:30
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जून के महीने में कोरोना संक्रमण उम्मीद से ज्यादा तेजी से फैलने लगा है।
नई दिल्ली:दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। हर रोज यहां 3 हजार से भी अधिक मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में एक तरफ तो सरकार कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तैयारी कर रही है।
साथ ही दिल्ली में लॉकडाउन में ढील होने के बाद से ही दफ्तर खुलने लगे हैं और लोग घर से निकलने लगे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने पर मरीजों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 15 मई के आसपास से कोरोना तेज़ी से फैलने लगा। जून के महीने में उम्मीद से ज्यादा तेजी से फैलने लगा है। जून के महीने में जब बेड की दिक्कत हुई तो मौत का आंकड़ा बढ़ने लगा। आखिर में प्लान बनाया कि कोरोना से लॉकडाउन खोलकर लड़ना पड़ेगा।
एनडीटीवी के मुताबिक, केजरीवाल ने कहा कि हमने अस्पतालों में पिछले 1 महीने में बड़े स्तर पर बेड का इंतजाम किया। हमने निर्णय लिया कि दिल्ली के सभी बड़े अस्पतालों में 40 फ़ीसदी बेड कोरोना के लिए रिज़र्व किये जाए। कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल बनाये. होटल को हॉस्पिटल के साथ जोड़कर उनकी क्षमता बढ़ाई।
दिल्ली में कोरोना को हराने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार के 5 हथियार ये हैं-
ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग
दिल्ली में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए और संक्रमित मरीजों की मौत के आंकड़े न बढ़े इसके लिए जरूरी है कि समय पर संक्रमित मरीजों की परख की जाए। इसके लिए जितना ज्यादा टेस्टिंग होगी। उतना ही अधिक संक्रमण व इससे होने वाले मौत को रोकने में मदद मिल सकती है। दिल्ली सरकार इसी वजह से टेस्टिंग की संख्या लगातार बढ़ा रही है।
आइसोलेशन
कोरोना संक्रमण के टेस्ट होने के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आता है तो लक्षण वाले मरीज को आइसोलेशन किया जाता है। यही वजह है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल बनाये हैं। होटल को हॉस्पिटल के साथ जोड़कर उनकी क्षमता बढ़ाई है।
ऑक्सीमीटर
अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को ही कहा है कि इस बीमारी में सबसे बड़ी समस्या होती है ऑक्सीजन की। जिसकी वजह से आदमी की मौत हो जाती है सभी होम आइसोलेशन वाले मरीजों को हमने ऑक्सीमीटर भेज दिए हैं।
मरीजों को बता दिया है कि अगर ऑक्सीजन की दिक्कत हो तो बता देना या तो घर पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेज देंगे या आपको अस्पताल में भेज देंगे। हम कोशिश कर रहे हैं कि दिल्ली सरकार के हर अस्पताल के बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था हो।
प्लाजमा थेरेपी
पिछले दिनों हमने देखा कि किस तरह दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत हुई थी, लेकिन प्लाज्मा थेरेपी से इलाज किए जाने के बाद वह जल्द ही स्वस्थ्य हो गए हैं।
यही वजह है कि दिल्ली सरकार ने प्लाज्मा थेरेपी से इलाज करने की इजाजत डॉक्टरों को दे दी है। प्लाजमा थेरेपी बहुत से लोग इस्तेमाल कर रहे हैं जो मरीज बहुत ही ज्यादा सीरियस हो जाते हैं उनके ऊपर प्लाज्मा थेरेपी ज्यादा काम नहीं करती लेकिन मॉडरेट मरीज की हालत को और खराब होने से यह थेरेपी बचाती है।
सर्वे और स्क्रीनिंग
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा दिल्ली में आज से 20 हज़ार लोगों का सीरोलॉजिकल सर्वे कर रहे हैं जिसे पता चले कि यह वायरस कहां-कहां फैला हुआ है।