केजरीवाल ने की स्वस्थ हो चुके लोगों से अपील : कोविड-19 रोगियों के लिये प्लाज्मा दान करें
By भाषा | Published: April 13, 2021 04:51 PM2021-04-13T16:51:14+5:302021-04-13T16:51:14+5:30
नयी दिल्ली, 13 अप्रैल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिये बहुत कम प्लाज्मा उपलब्ध है। उन्होंने संक्रमण से उबर चुके लोगों से प्लाज्मा दान करने की अपील की।
दिल्ली में 14 अस्पतालों को कोविड-19 अस्पतालों में तब्दील किये जाने के एक दिन बाद केजरीवाल ने कहा कि घुटना बदलने जैसी पहले से तय सर्जरी को दो-तीन महीने टाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि आपातकालीन ऑपरेशन के लिये पर्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं।
केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ''यह दौर बहुत खतरनाक है। 10-15 दिन के आंकड़ों के अनुसार, 65 प्रतिशत रोगियों की आयु 45 वर्ष से कम है। आपका स्वास्थ्य और जीवन हमारे लिये बेहद महत्वपूर्ण है। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें और कोविड नियमों का पालन करें।''
उन्होंने कहा, ''पिछले दौर में, लोगों ने सक्रिय रूप से प्लाज्मा दान किया। जब स्थिति में सुधार हुआ, तो प्लाज्मा की मांग कम हो गई और लोगों ने भी इसका दान कम कर दिया। अब मामले फिर से बढ़ गए हैं और बहुत कम प्लाज्मा उपलब्ध है। मैं संक्रमण से उबर चुके दिल्ली वासियों से प्लाज्मा दान करने और वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहायता करने का अनुरोध करता हूं।''
उन्होंने कहा, ''आप एलएनजेपी (लोकनायक जयप्रकाश) और राजीव गांधी अस्पताल में प्लाज्मा दान कर सकते हैं। यह समय एक व्यक्ति, नागरिक निकाय और परिवार के रूप में साथ आकर एक दूसरे की मदद करने का है। अगर हम सक्रिय रूप से स्वास्थ्यकर्मियों और सरकार के साथ का मिलकर दिल्ली के लोगों के लिए काम करते हैं, तो हम इस चौथी लहर से पार पा लेंगे। साथ ही हम पहली तीन लहरों को भी पछाड़ देंगे।''
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 13,500 से अधिक मामले सामने आए हैं।
उन्होंने कहा, ''हम समारोह स्थलों को बड़े अस्पतालों से जोड़ रहे हैं। अस्पतालों में केवल गंभीर रोगियों को भर्ती किया जाएगा। हमने कुछ अस्पतालों को पूरी तरह कोविड अस्पताल घोषित कर दिया है। हम अस्पताल में भर्ती होने वाले प्रत्येक रोगी की जांच कर रहे हैं कि क्या उनका घर पर रहकर ही इलाज किया जा सकता है ताकि अस्पताल के बिस्तरों पर गंभीर रूप से बीमार रोगियों का इलाज किया जा सके।''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''दिल्ली में केवल यही (कोविड अस्पताल) नहीं हैं बल्कि गैर-कोविड आपातकालीन परिस्थितियों के लिये अन्य अस्पतालों की पर्याप्त संख्या है। घुटने के प्रतिस्थापन जैसी सर्जरियों को फिलहाल दो-तीन महीने टाला जा सकता है।''
उन्होंने उन लोगों से बिस्तर छोड़कर पृथकता वास में चले जाने की भी अपील की, जिनकी तबीयत में सुधार हुआ है ताकि उन बिस्तरों का इस्तेमाल गंभीर रोगियों के इलाज के लिये किया जा सके।
केजरीवाल ने कहा, ''हमें अस्पताल प्रबंधन को भी कुशल प्रबंधन प्रणाली के तहत लाने की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, हम अब अस्पताल के भीतर प्रत्येक रोगी की निगरानी कर रहे हैं। यदि डॉक्टरों को लगता है कि किसी रोगी का घर रहकर इलाज हो सकता है, तो उनसे घर वापस जाने का अनुरोध किया जा रहा है। अस्पताल या सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बिल्कुल भी नहीं भाग रहे हैं। हम ऐसे रोगियों को एक ऑक्सीमीटर प्रदान करेंगे। हमारे डॉक्टर नियमित रूप से उन्हें जांच के लिए बुलाएंगे। हम घर पर भी उनकी स्थिति की निगरानी करेंगे और जरूरत पड़ने पर उन्हे वापस अस्पताल लाया जाएगा।
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