शशि थरूर पर कांग्रेस नेताओं ने बोला हमला, कहा- सोच समझ कर बोले सांसद
By भाषा | Published: July 29, 2019 08:13 PM2019-07-29T20:13:57+5:302019-07-29T20:13:57+5:30
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने सोमवार को कहा कि राहुल गांधी पार्टी के दिन-प्रतिदिन के कार्यों को देखना जारी रखे हुए हैं जैसा कि उन्होंने अपने इस्तीफे के समय भरोसा दिलाया था। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘थरूर ने कांग्रेस कार्यकर्ता होने के नाते, आम कांग्रेसी की भावना व्यक्त की है। मैं उन्हें दोष नहीं दे रहा हूं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पार्टी में नेतृत्व की कमी है।’’
कांग्रेस सांसद शशि थरूर का वह बयान पार्टी के कई नेताओं को नागवार गुजरा है जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद नेतृत्व को लेकर ‘‘स्पष्टता की कमी’’ पार्टी को नुकसान पहुंचा रही है।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने सोमवार को कहा कि राहुल गांधी पार्टी के दिन-प्रतिदिन के कार्यों को देखना जारी रखे हुए हैं जैसा कि उन्होंने अपने इस्तीफे के समय भरोसा दिलाया था। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘थरूर ने कांग्रेस कार्यकर्ता होने के नाते, आम कांग्रेसी की भावना व्यक्त की है। मैं उन्हें दोष नहीं दे रहा हूं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पार्टी में नेतृत्व की कमी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब राहुल गांधी ने (कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में) इस्तीफा दिया था, तो उन्होंने कहा था कि वह पार्टी के नये अध्यक्ष के प्रभार संभालने तक पार्टी के कामकाज को देखते रहेंगे। वह (राहुल) अपनी उसी बात पर कायम है। वह पार्टी के दिन-प्रतिदिन के कामों को देख रहे है।’’
हालांकि, एआईसीसी नेता ने कहा कि पार्टी के लिए नए अध्यक्ष का चयन करना आवश्यक है और कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) को पद रिक्त होने की स्थिति में अध्यक्ष का चयन करना चाहिए। वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष के चयन और अन्य मुद्दों पर निर्णय लेने के लिए अगस्त में सीडब्ल्यूसी की बैठक होगी।
KC Venugopal,Congress: Shashi Tharoor expressed sentiments of a common congressman.However it is not orphaned scenario.Congress President had stepped down and when he did that he offered to continue until a replacement was found.He has been involved in day to day party work pic.twitter.com/KyXpdgfWGw
— ANI (@ANI) July 29, 2019
थरूर ने साक्षात्कार में पार्टी की मौजूदा स्थिति पर असंतोष जताया था और कहा था कि कांग्रेस जिन हालातों से गुजर रही है उसका अभी कोई स्पष्ट जवाब नहीं है। थरूर ने कहा था, ‘‘यह बिल्कुल सही बात है कि पार्टी के शीर्ष पद पर स्पष्टता की कमी संभवत: कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों को नुकसान पहुंचा रही है।
इनमें से ज्यादातर पार्टी नेता की कमी महसूस करते हैं जो अहम फैसलों को देखे, कमान संभाले और यहां तक कि पार्टी में नई जान फूंके और उसे आगे ले जाए।’’ इस बीच, केरल कांग्रेस प्रमुख मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने तिरुवनंतपुरम के सांसद से कांग्रेस के इतिहास को पढ़ने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘थरूर का यह दावा कि कांग्रेस बिना किसी नेता के है, गलत है। वह ऐसा कुछ कैसे कह सकते है? कांग्रेस के पास अपने कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त नेता हैं।’’ रामचंद्रन ने कहा, ‘‘यदि हम कांग्रेस के 134 वर्षों के इतिहास पर गौर करें, तो हम देख सकते हैं कि कांग्रेस बेहतर नेतृत्व वाली एकमात्र पार्टी है।
थरूर को कांग्रेस का इतिहास पढ़ना चाहिए। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था।’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने कहा कि गांधी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और उन सभी लोगों जो धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र में विश्वास करते हैं, उनके नेता बने रहेंगे।
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किये और कहा कि वह थरूर के दावों से ‘‘पूरी तरह से सहमत’’ नहीं हो सकते हैं। राहुल गांधी ने 25 मई को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। हालांकि, सीडब्ल्यूसी ने अब तक उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया है। रामचंद्रन ने कहा कि केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी चाहती है कि गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने रहें।