कश्मीर में हाहाकार, 7 दिनों के लिए बचा है पेट्रोल और डीजल, जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर टूटे पुल के बाद सभी सप्लाई बंद
By सुरेश एस डुग्गर | Published: January 16, 2021 05:00 PM2021-01-16T17:00:15+5:302021-01-16T20:02:19+5:30
जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवेः बैली ब्रिज डीजल व पेट्रोल की कमी को शायद ही पूरा कर पाए क्योंकि यह पुल सिर्फ हल्के वाहनों का ही बोझ सहन कर पाएगा और ऐसे में बड़े वाहनों को इस पर से गुजारने का खतरा मोल नहीं लिया जा सकता।
जम्मूः कश्मीर में हाहाकार मचने लगा है क्योंकि जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर एक पुल के टूटने के बाद कश्मीर दुनिया से क्या कटा कि पेट्रोल-डीजल की किल्लत होने लगी है।
सरकारी तौर पर माना गया है कि मात्र सात दिनों का भंडार बचा है और अगर जल्द सप्लाई आरंभ नहीं हुई तो सब ठप्प हो जाएगा। खाना बनाने वाली गैस और गेहूं का भी यही हाल है। 10 जनवरी की रात को नेशनल हाईवे पर रामबन के पास केला मोड़ पर एक पुल ढह गया।
प्रशासन इसे बनाने में तो जुटा है पर 20 से 25 दिनों तक इसके बन जाने की आशा जताई जा रही है। बीआरओ और सेना की मदद से बैलीपुल डाला गया है। इसका काम आज पूरा हुआ तो बीआरओ के बीकान प्रोजेक्ट के चीफ इंजीनियर को लेकर एक वाहन से इसका ट्रायल पूरा कर लिया गया, वाहनों को इसके इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी गई थी।
अधिकारियों के मुताबिक, बैली ब्रिज डीजल व पेट्रोल की कमी को शायद ही पूरा कर पाए क्योंकि यह पुल सिर्फ हल्के वाहनों का ही बोझ सहन कर पाएगा और ऐसे में बड़े वाहनों को इस पर से गुजारने का खतरा मोल नहीं लिया जा सकता। जबकि टूटे हुए पुल की दीवार को पूरी तरह से वाहनों के योग्य बनने में अभी भी 20 से 25 दिनों का समय लगेगा जबकि मौसम विभाग ने 22 जनवरी से 4 दिनों के लिए फिर से बर्फबारी और बारिश की चेतावनी दी है।
कश्मीर में सिर्फ पेट्रोल और डीजल की कमी को लेकर ही हाहाकार नहीं है बल्कि गैस व गेहूं के लिए भी ऐसा ही माहौल है। पेट्रोल व डीजल की राशनिंग करते हुए सभी वाहनों के लिए सप्लाई पर कंट्रोल लगाया जा चुका है पर गैस पर ऐसा करना संभव नहीं हो पाया है जिसका भंडार सिर्फ 14 दिनों के लिए ही है और राजमार्ग को बंद हुए 7 दिन बीत चुके हैं।