कश्मीर: 24 घंटों में 9 आतंकी ढेर, 5 सैनिकों की मौत, 3 LoC पर शहीद, 2 ने आत्महत्या की
By सुरेश एस डुग्गर | Published: April 6, 2020 05:56 AM2020-04-06T05:56:08+5:302020-04-06T05:56:34+5:30
आतंकियों का एक दल एलओसी के पास केरन सेक्टर से घुसपैठ की फिराक में था। आतंकियों की मौजूदगी की भनक लगते ही सेना ने मोर्चा संभाला। इसके बाद चली मुठभेड़ में सेना ने पांच आतंकियों को ढेर कर दिया। चार आतंकियों को तो शनिवार को सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में मार गिराया। ये वही आतंकी थे जिन्होनें पिछले 12 दिनों में चार आम लोगों की हत्या कर दी थी ।
कश्मीर घाटी में पिछले 24 घंटे में भारतीय सेना ने नौ आतंकियों का सफाया किया है। इनमें से पांच को एलओसी पर घुसपैठ करते हुए मार गिराया। मुठभेड़ में सेना के 3 जवान भी शहीद हो गये और 5 जख्मी हो गए। कल भी उन चार आतंकियों को कश्मीर के भीतर ही ढेर किया गया था जिन्होंने 12 दिनों के भीतर चार नागरिकों को मार डाला था। दो सैनिकों ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या भी कर ली है। इस बीच सुरक्षाबलों ने समय रहते दो छात्रों को आतंकी बनने से रोक दिया है।
आतंकियों का एक दल एलओसी के पास केरन सेक्टर से घुसपैठ की फिराक में था। आतंकियों की मौजूदगी की भनक लगते ही सेना ने मोर्चा संभाला। इसके बाद चली मुठभेड़ में सेना ने पांच आतंकियों को ढेर कर दिया। चार आतंकियों को तो शनिवार को सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में मार गिराया। ये वही आतंकी थे जिन्होनें पिछले 12 दिनों में चार आम लोगों की हत्या कर दी थी ।
इस ऑप्रेशन को 4 पैरा स्पेशल फोर्स, 41 आरआर, 57 आरआर, 8 जाट और एसओजी कुपवाड़ा की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया। मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जवान मौके पर ही शहीद हो गया जबकि 2 अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। साथ ही 5 अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए ले जाया गया है। उधर, इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है।
दरअसल पाक सेना के सहयोग से ये आतंकी खराब मौसम का फायदा उठाकर घुसपैठ में लगे थे लेकिन एलओसी पर तैनात जवान खराब मौसम और कठिन हालात की परवाह ना कर आतंकियों के नापाक मंसूबे को फेल कर दिया । भारी बर्फबारी और दुर्गम इलाके होने के बावजूद घायल जवानों को निकालकर सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
दूसरी ओर जम्मू कश्मीर में दो सैनिकों ने आत्महत्या भी कर ली। उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में सेना के एक जवान ने अपनी सर्विस राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों के मुताबिक मूल रूप से मध्यप्रदेश के मुरैना निवासी सिपाही सतेंद्र कुमार तोमर ने खुद को गोली मार ली। घटना के वक्त वह बांदीपोरा में 14 आरआर कैंप में ड्यूटी पर थे।
जबकि जम्मू संभाग के सांबा जिले में एक शिविर के भीतर सेना के एक जवान ने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। मामले की जांच पड़ताल जारी है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि माखन लाल (40) 6वीं जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री में तैनात थे। वह बार्डर रोड कैंप में संतरी ड्यूटी पर थे।
इस बीच आतंकी गुटों के चंगुल में फंसने से दो छात्रों को सुरक्षाबलों ने समय रहते आतंकी बनने से बचा लिया। काउंसिलिंग करने के बाद दोनों को परिजनों को सौंप दिया। जानकारी के अनुसार, बारामुल्ला में चंदूसा इलाके से गत सप्ताह दो छात्र अचानक अपने घर से लापता हो गए। परिजनों ने 28 मार्च को करीरी पुलिस स्टेशन में लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस को शुरुआती छानबीन में पता चला कि दोनों लड़के अक्सर आतंकी गुटों की बातचीत करते थे। पुलिस ने उसी समय अलर्ट जारी कर दिया। पुलिस ने इन लड़कों के कुछ दोस्तों से पूछताछ करने के अलावा कुछ दिनों के दौरान पकड़े गए आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्करों से पूछताछ की। दोनों लड़कों को जंगल से पकड़ लिया। पुलिस ने दोनों की काउंसिलिंग कर उनके परिजनों के हवाले किया।