करतारपुर साहिब कॉरिडोरः भारत 23 अक्टूबर को करेगा एग्रीमेंट, पाकिस्तान श्रद्धालु से 20 डॉलर शुल्क वसूलने पर अड़ा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 21, 2019 05:18 PM2019-10-21T17:18:31+5:302019-10-21T17:18:31+5:30
इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान ने 23 अक्टूबर को करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर समझौते पर हस्ताक्षर करने पर सहमति व्यक्त की है।
पाकिस्तान के प्रत्येक श्रद्धालु से 20 डॉलर शुल्क वसूलने की मांग पर अड़े रहने समेत कई अन्य मुद्दों पर भारत के साथ सहमति नहीं बन पाने की वजह से करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले लोगों का पंजीकरण रविवार को शुरू नहीं हो सका।
इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान ने 23 अक्टूबर को करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर समझौते पर हस्ताक्षर करने पर सहमति व्यक्त की है। भारत के विरोध के बावजूद कॉरिडोर के इस्तेमाल के लिए पाकिस्तान तीर्थयात्रियों से शुल्क लेगा। तीर्थयात्रियों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए भारत ने एग्रीमेंट पर साइन करने का फैसला लिया है। करतारपुर कॉरिडोर के लिए तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण जारी है। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था 5 नवंबर और दूसरा जत्था 6 नवंबर को रवाना होगा।
Pakistan's Ministry of Foreign Affairs Sources: Pakistan has agreed to sign the Agreement on Kartarpur Sahib Corridor, on October 23. pic.twitter.com/XXNKaKHWL1
— ANI (@ANI) October 21, 2019
भारत और पाकिस्तान को तीर्थाटन के कुछ अनसुलझे मुद्दों को लेकर शनिवार को एक समझौता करना था लेकिन वह अब तक नहीं हो पाया है। इस घटनाक्रम से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘‘कुछ मुद्दे अब भी सुलझाने बाकी हैं, ऐसे में करतारपुर तीर्थाटन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण रविवार को शुरू नहीं हो सका।’’
अहम अनसुलझे मुद्दों में हर श्रद्धालु से 20 डॉलर शुल्क वसूलने और हर रोज तीर्थाटन का समय तय (प्रवेश एवं निकलने का समय) करने पर पाकिस्तान द्वारा जोर देना है। भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष और गृह मंत्रालय में अवर सचिव गोविंद मोहन ने 16 अक्टूबर को कहा था कि करतारपुर में गुरद्वारा दरबार साहिब जाने वाले तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण 20 अक्टूबर को शुरू हो जाने की उम्मीद है बशर्ते की बाकी मुद्दों पर समझौता हो जाए।
भारत ने पाकिस्तान से 20 डॉलर प्रति तीर्थयात्री शुल्क लगाने के फैसले पर पुनर्विचार करने, विशेष मौकों पर 10,000 तीर्थयात्रियों को अनुमति देने तथा रोज करतारपुर जाने वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ एक भारतीय प्रोटोकॉल अधिकारी को जाने देने का आग्रह किया था। अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने भारत के अनुरोधों पर अबतक जवाब नहीं दिया है।
पिछले महीने भारत और पाकिस्तान करतारपुर गलियारे के जरिये भारतीय तीर्थयात्रियों को बिना वीजा के गुरद्वारा दरबार साहिब की यात्रा करने देने पर सहमत हुए थे। तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान में इस गुरद्वारा जाने के लिए बस पासपोर्ट लेकर जाना होगा।