करतारपुर गलियाराः अपनी झोली भरेगा पाकिस्तान, हर साल कमाएगा 3,65,00,000 डॉलर, प्रति तीर्थयात्री 20 डॉलर सेवा शुल्क लेगा
By भाषा | Published: October 22, 2019 01:46 PM2019-10-22T13:46:12+5:302019-10-22T13:46:12+5:30
एक अमेरिकी डॉलर 70.95 भारतीय रुपये का था और पाकिस्तान प्रतिदिन 70.95 लाख रुपये की कमाई करेगा। चूंकि तीर्थयात्रा को एक वर्ष में सभी 365 दिनों की अनुमति दी जाएगी इसलिए पाकिस्तान 3,65,00,000 डॉलर कमाएगा।
करतारपुर में दरबार साहिब की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों से पाकिस्तान के प्रतिवर्ष 258 करोड़ भारतीय रुपये(लगभग 571 करोड़ पाकिस्तानी रुपये) कमाने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने जानकारी दी। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि तीर्थयात्रियों से सेवा शुल्क वसूलना पाकिस्तान के लिए विदेशी मुद्रा जुटाने का एक अन्य स्रोत होगा। पाकिस्तान ने गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर की यात्रा करने के लिए पांच हजार तीर्थयात्रियों को अनुमति दी है। पाकिस्तान प्रति तीर्थयात्री 20 डॉलर सेवा शुल्क भी वसूलेगा जिससे उसे हर रोज एक लाख डॉलर की कमाई होगी।
सोमवार को एक अमेरिकी डॉलर 70.95 भारतीय रुपये का था और पाकिस्तान प्रतिदिन 70.95 लाख रुपये की कमाई करेगा। चूंकि तीर्थयात्रा को एक वर्ष में सभी 365 दिनों की अनुमति दी जाएगी इसलिए पाकिस्तान 3,65,00,000 डॉलर कमाएगा। करतारपुर गलियारे से तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा के समुचित संचालन के लिए भारत ने पाकिस्तान के साथ 23 अक्टूबर को एक समझौते पर हस्ताक्षर करने का निर्णय लिया है।
भारत ने भविष्य में तीर्थयात्रियों से सेवा शुल्क वसूले जाने के निर्णय की समीक्षा किये जाने का पाकिस्तान से अनुरोध किया है। पिछले महीने भारत और पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारे के जरिये गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा के लिए भारतीय तीर्थयात्रियों को वीजा मुक्त यात्रा पर सहमति जताई थी।
करतारपुर गलियारे के लिए 20 डालर के सेवा शुल्क पर भारत ने जताई ‘‘निराशा’’
भारत ने सोमवार को कहा कि वह करतारपुर गलियारे के संचालन के लिए 23 अक्टूबर को पाकिस्तान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने को तैयार है। साथ ही उसने प्रति तीर्थयात्री से 20 डॉलर सेवा शुल्क वसूले जाने के निर्णय पर ‘‘निराशा’’जाहिर की और पाकिस्तान से उसके इस फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के पावन मौके पर करतारपुर साहिब गलियारा खोले जाने के लिए सरकार ने कदम उठाये है ताकि भारत से तीर्थयात्री और प्रवासी भारतीय कार्ड रखने वाले लोग पाकिस्तान में पवित्र गुरुद्वारा करतारपुर साहिब की यात्रा कर सके।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह निराशा की बात है कि भारत के तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए कई मुद्दों पर सहमति बनने के बावजूद पाकिस्तान प्रति तीर्थयात्री प्रति यात्रा 20 डॉलर सेवा शुल्क लगाने पर जोर दे रहा है।’’ उसने कहा कि सरकार ने पाकिस्तान से लगातार अनुरोध किया है कि तीर्थयात्रियों की इच्छाओं का सम्मान करते हुए उसे इस तरह का शुल्क नहीं लेना चाहिए। बयान में कहा गया है कि भारत किसी भी समय स्थिति के अनुसार समझौते में संशोधन को तैयार होगा।
यह गलियारा भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक धर्मस्थल को करतारपुर के गुरुद्वारे जोड़ेगा। करतारपुर अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग चार किलोमीटर दूर पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के नारोवाल जिले में स्थित है। भारत और पाकिस्तान की योजना गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर सालभर चलने वाले समारोहों से पहले नवम्बर की शुरुआत में यह गलियारा खोलने की है।