कर्नाटक स्पीकर ने कहा, बागी विधायकों ने ऐसा बर्ताव किया जैसे भूकंप आया हो, पूरी रात करूंगा इस्तीफे की जांच
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 11, 2019 08:06 PM2019-07-11T20:06:14+5:302019-07-11T20:06:14+5:30
कर्नाटक सियासी संकट: इस्तीफा देने वाले 16 विधायकों में से 11 विधायक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार के कक्ष में अपना इस्तीफा देने गए। मुनीरत्न के अलावा विधानसभा अध्यक्ष के कमरे में जाने वालों में बाइराथी बासवराज, रमेश जरकीहोली, एस टी सोमशेखर, बी सी पाटिल, के गोपालैय्या, शिवराम हेब्बर, नारायण गौड़ा, ए एच विश्वनाथ, प्रताप गौड़ा पाटिल और महेश कुमाथल्ली शामिल हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा कर्नाटक के बागी विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की मंजूरी दिए जाने के घंटों बाद उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष स्पीकर केआर रमेश से मुलाकात की। केआर रमेश बागी 13 विधायकों से मिलने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा, बागी विधायकों ने मुझे बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें धमकी दी थी और वे डर से मुंबई भाग गए थे। लेकिन मैंने उनसे कहा कि उन्हें मुझसे संपर्क करना चाहिए था और मैं उन्हें सुरक्षा दिलाता। केवल 3 वर्किंग डे बीत चुके हैं लेकिन उन्होंने ऐसा व्यवहार किया जैसे कोई भूकंप आया हो।'
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने मुझसे आज ही फैसला लेने के लिए कहा है। मैंने सारी चीजों की विडियोग्राफी की है और मैं उसे सुप्रीम कोर्ट को भेजूंगा।' केआर रमेश ने कहा, 'मुझे पूरी रात इन इस्तीफों की जांच करने के लिए वक्त चाहिए और यह पता लगाऊंगा कि क्या ये वास्तविक है या नहीं।'
Karnataka Speaker: They (rebel MLAs) told me that some people had threatened them & they went to Mumbai in fear. But I told them that they should've approached me & I would've given them protection. Only 3 working days have elapsed but they behaved like an earthquake occurred. pic.twitter.com/c3Y0PCD4x1
— ANI (@ANI) July 11, 2019
केआर रमेश कुमार ने कहा, 'विधायकों ने मुझसे कोई बात नहीं की वे सीधा गवर्नर के पास बस दौड़ गए। वे क्या करते? क्या यह दुरुपयोग नहीं है? उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से संपर्क किया। मेरा दायित्व देश के संविधान और इस राज्य के लोगों के प्रति है। मैं देरी कर रहा हूं क्योंकि मैं इस मिट्टी से प्यार करता हूं। मुझे जल्दबाजी में काम नहीं करना।'
Karnataka Assembly Speaker KR Ramesh Kumar: The Supreme Court has asked me to take a decision. I have videographed everything and I will send it to the Supreme Court. https://t.co/KaAdILHw5t
— ANI (@ANI) July 11, 2019
केआर रमेश कुमार ने कहा, 'सोमवार को कर्नाटक विधानसभा के रूल 202 के आधार पर इस्तीफों की जांच की गई। 8 पत्र निर्धारित रूप में नहीं पाए गए। बाकी के मामलों में मैं यह देखने के लिए बाध्य था कि क्या ये इस्तीफे स्वैच्छिक और वास्तविक हैं। हम इस्तीफे की स्वैच्छिक और वास्तविक प्रकृति के बारे में बात नहीं करेंगे।'
केआर रमेश ने कहा, '6 जुलाई को मैं अपने ऑफिस में दोपहर 1.30 तक था। विधायक वहां 2 बजे आए, यहां तक कि उन्होंने पहले से कोई सूचना भी नहीं दिया था। तो यह गलत है कि वे आ रहे थे इसलिए मैं वहां से भाग गया।'
Karnataka Speaker KR Ramesh: MLAs don't communicate to me & rush to the Governor. What can he do? Is it not misuse? They approached the SC. My obligation is to people of this state & Constitution of the country. I am delaying because I love this land. I am not acting in haste. https://t.co/Qg61zlOzWh
— ANI (@ANI) July 11, 2019
स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा, मैं ये सुनकर बहुत दुखी हूं लोग कह रहे हैं कि मैं काम को धीरे करना चाह रहा हूं। राज्यपाल ने मुझे 6 जुलाई को सूचित किया था। मैं तब तक ऑफिस में था और उसके बाद कुछ निजी काम के लिए मैं चला गया। इससे पहले किसी भी विधायक ने यह जानकारी नहीं दी कि वे मुझसे मिलने आ रहे हैं।
इस्तीफा देने वाले 16 विधायकों में से 11 विधायक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार के कक्ष में अपना इस्तीफा देने गए। मुनीरत्न के अलावा विधानसभा अध्यक्ष के कमरे में जाने वालों में बाइराथी बासवराज, रमेश जरकीहोली, एस टी सोमशेखर, बी सी पाटिल, के गोपालैय्या, शिवराम हेब्बर, नारायण गौड़ा, ए एच विश्वनाथ, प्रताप गौड़ा पाटिल और महेश कुमाथल्ली शामिल हैं।