आंध्र प्रदेश में कोरोना के चलते अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता देगी सरकार, लिए गए कई और बड़े फैसले
By भाषा | Published: May 18, 2021 05:42 PM2021-05-18T17:42:14+5:302021-05-18T18:25:15+5:30
कर्नाटक सरकार ने कोविड के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों की मदद के लिए उपाय करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने का भी निर्णय लिया गया है।
कर्नाटक सरकार ने कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों की 18 साल की उम्र तक देखभाल करने का फैसला किया। इसके लिए राज्य के 30 जिलों में विशेष बाल चिकित्सा कोविड देखभाल केन्द्रों की स्थापना की जाएगी।
महिला एवं बाल कल्याण मंत्री शशिकला जोल्ले ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ सरकार कोविड-19 की दूसरी लहर में अनाथ हुए बच्चों की देखभाल करने को तैयार है। बच्चों को डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमने 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए अलग से केन्द्र एवं छात्रवास स्थापित करने का फैसला लिया है।’’
जोल्ले ने कहा कि सरकार ने एक ‘हेल्पलाइन नंबर’ 1098 भी शुरू किया है और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मोहन राज को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसे बच्चों की देखभाल की जा रही है।
उनके अनुसार, विभाग ने ऐसे बच्चों की पहचान करने के लिए चार मानक तय किए हैं। अगर कोविड-19 के कारण बच्चे के माता-पिता दोनों की मौत हो गई हो, अगर दोनों अस्पताल में भर्ती हों, अगर दोनों में से एक की मौत कोविड-19 से हुई हो या एक की मौत हो गई हो और दूसरा अन्य किसी स्थान पर रहता हो।
जोल्ले ने कहा कि यह योजना कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए शुरू की गई है और अलग-अलग आयुवर्ग के बच्चों के लिए अलग-अलग पृथक केन्द्रों होंगे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस साल कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में आने से 15 से अधिक बच्चों की मौत हुई है।