कर्नाटक: मंत्री ने कहा, "सरकार काम नहीं कर रही है, हम किसी तरह से मैनेज कर रहे हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 16, 2022 04:29 PM2022-08-16T16:29:35+5:302022-08-16T16:33:47+5:30
कर्नाटक के कानून और विधायी कार्य मंत्री जेसी मधुस्वामी ने कथिततौर पर फोन पर बातचीत के दौरान कहा है कि सरकार काम नहीं कर रही है, हम किसी तरह से चीजों को किसी तरह से मैनेज कर रहे हैं।
बेंगलुरु:कर्नाटक में सावरकर का विवाद अभी शांत हुआ नहीं है कि एक और परेशानी राज्य की भाजपा सरकार के सामने आकर खड़ी हो गई है। दरअसल इस बार मुख्यंमंत्री बसवराज बोम्मई अपने ही एक मंत्री के विवादित बयान में ऐसे फंस गये हैं कि उन्हें सफाई देने में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक कर्नाटक के कानून और विधायी कार्य मंत्री जेसी मधुस्वामी ने की विवादित टिप्पणी से राज्य की सियासत गरमाई हुई है। मंत्री ने कथिततौर पर कहा है कि "सरकार काम नहीं कर रही है, हम किसी तरह से चीजों को मैनेज कर रहे हैं।"
मंत्री के इस विवादित बयान के वायरल होने के बाद राज्य सरकार को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में मंगलवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने यह कहते हुए डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की कि उनकी टिप्पणी किसी अलग संदर्भ में की गई थी।"
इसके साथ ही सीएम बोम्मई ने यह भी कहा कि इस मामले में जो मंत्री कानून और विधायी कार्य मंत्री जेसी मधुस्वामी की टिप्पणी से नाराज हैं वो उनसे बात करेंगे और उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास करेंगे।
बताया जा रहा है कि मंत्री मधुस्वामी की कथित टिप्पणी के खिलाफ भाजपा सरकार के अन्य मंत्रियों में भारी नाराजगी है। इसी क्रम में सूबे के बागवानी मंत्री मुनिरत्ना ने खुले तौर पर अपने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि अगर मंत्री मधुस्वामी को सरकार की कार्य प्रणाली से इतनी ही नाराजगी है तो वो मंत्रालय छोड़ सकते हैं।
विवाद के संबंध में जब पत्रकारों ने मु्ख्यमंत्री बोम्मई से प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा, "मंत्री मधुस्वामी ने उस बात को एक अलग संदर्भ में कहा था। मैं उनसे बात करूंगा। चूंकि उनके कहने का तात्पर्य ही अलग था, इसलिए इसे गलत अर्थों में लेने की कोई आवश्यकता नहीं है।"
इसके बाद पत्रकारों ने मंत्री मधुस्वामी की टिप्पणी के संबंध में अन्य मंत्रियों की नाराजगी पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, "मैं सभी से बात बात करूंगा। इसमें नाराज होने की कोई बात नहीं है।"
खबरों के मुताबिक यह विवाद तब उठा जब मंत्री मधुस्वामी और चन्नापटना के एक सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर के बीच हुई फोन की बातचीत कथित तौर पर शनिवार को वायरल होने लगी।
फोन की उस वार्तालाप में मंत्री मधुस्वामी सहकारी बैंक के खिलाफ किसानों के मुद्दों पर सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर से बात कर रहे हैं। बातचीत के दौरान मंत्री महोदय कथिततौर पर कह रहे हैं, "हम यहां सरकार नहीं चला रहे हैं, हम तो सिर्फ मैनेज कर रहे हैं, ताकि आगे के 7-8 महीनों के लिए बढ़ सकें।"
इतना ही नहीं कथित बातचीत में सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर से बात करते हुए मंत्री मधुस्वामी को सहकारिता मंत्री एसटी सोमशेखर की "निष्क्रियता" पर "लाचारी" व्यक्त करते हुए सुना जा सकता है। मंत्री मधुस्वामी कह रहे हैं, "मैं इन सभी मुद्दों को अच्छे से जानता हूं। मैंने इस मामले में सहकारिता मंत्री सोमशेखर से बात की थी। अब वह कार्रवाई नहीं कर रहे हैं तो क्या करें?"
वायरल ऑडियो को सुनने के बाद राज्य के सहकारिता मंत्री सोमशेखर ने मंत्री मधुस्वामी पर कठोर टिप्पणी करते हुए कहा, "मधुस्वामी को लगता है कि वह एकमात्र बुद्धिमान व्यक्ति हैं, पहले उन्हें इस बात को अपने सिर से हटाना होगा।"
वहीं बागवानी मंत्री मुनिरत्न ने कहा, "मंत्री मधुस्वामी को ऐसा बयान देने से पहले मंत्रालय से इस्तीफा दे देना चाहिए। वह सरकार का हिस्सा हैं और कैबिनेट में हर मामले की जानकारी रखते हैं। वो एक जिम्मेदार पद पर हैं, ऐसे में उनके द्वारा इस तरह का बयान देना एकदम अनुचित है। यह उनकी वरिष्ठता के अनुरूप नहीं है।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)