कर्नाटक संकट: बागी विधायकों को डीके शिवकुमार की नसीहत, विश्वासमत के खिलाफ वोट करने वालों की सदस्यता होगी रद्द
By स्वाति सिंह | Published: July 14, 2019 11:51 AM2019-07-14T11:51:25+5:302019-07-14T11:58:10+5:30
पूरे दिन चली बातचीत में कांग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले डी के शिवकुमार, उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर, सीएलपी नेता सिद्धरमैया और कुमारस्वामी शामिल थे। बातचीत के बाद ऐसा लगता है कि कांग्रेस अपने एक बागी विधायक एमटीबी नागराज को मनाने में सफल रही है।
कर्नाटक में जारी राजनीतिक संकट के बीच संकटमोचक कहे जाने वाले कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि हमें हमारे सभी विधायकों पर भरोसा है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा 'मुझे हमारे सभी विधायकों पर पूरा भरोसा है। वे कांग्रेस पार्टी से चुने गए हैं और वे लंबे समय से हैं। वे अपने डोमेन में बाघों की तरह लड़े हैं।'
इसके साथ ही उन्होंने कहा 'कानून बहुत स्पष्ट है। अगर वे विश्वासमत के खिलाफ वोट करते हैं, तो अपनी सदस्यता खो देंगे। कांग्रेस पार्टी उनकी मांगों को निपटाने के लिए तैयार है। हमें संकेत मिल रहे हैं कि वे हमारे सरकार को बचा लेंगे।'
DK Shivakumar,Congress:At the time of Confidence Motion, they're also well-equipped with law. Law is very clear. If they vote against Confidence Motion,they'll lose their membership. Congress party is ready to settle their demands. We're getting signals that they'll save our govt https://t.co/rE4Nv4e47V
— ANI (@ANI) July 14, 2019
कर्नाटक में जारी राजनीतिक संकट के बीच गठबंधन नेताओं ने अपने बागी विधायकों को मनाने की कोशिश शनिवार को तेज कर दी, वहीं उसकी मुश्किलें बढ़ाते हुए पांच और विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा इस्तीफा स्वीकार नहीं किए जाने पर उच्चतम न्यायालय का रुख किया है। वहीं भाजपा ने कहा है कि वह मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी से सोमवार को शक्ति परीक्षण कराने को कहेगी।
पूरे दिन चली बातचीत में कांग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले डी के शिवकुमार, उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर, सीएलपी नेता सिद्धरमैया और कुमारस्वामी शामिल थे। बातचीत के बाद ऐसा लगता है कि कांग्रेस अपने एक बागी विधायक एमटीबी नागराज को मनाने में सफल रही है। उन्होंने संकेत दिया है कि वह अपना इस्तीफा वापस लेने पर विचार कर सकते हैं लेकिन देर शाम तक इस संबंध में कोई घोषणा नहीं हुई।
इस बीच भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कुमारस्वामी से सोमवार को विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने की मांग करेगी। राज्य में जारी संकट के बीच कर्नाटक के सत्तारूढ़ कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन के पांच और बागी विधायकों ने उनके इस्तीफे स्वीकार करने से विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार के इनकार के खिलाफ शनिवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया। ये पांच विधायक आनंद सिंह, के सुधाकर, एन नागराज, मुनिरत्न और रोशन बेग हैं।
उन्होंने कहा है कि पहले से ही लंबित दस अन्य बागी विधायकों की याचिका में उन्हें भी शामिल कर लिया जाए। इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होनी है। कर्नाटक में गठबंधन सरकार गंभीर संकट से गुजर रही है। उसके 16 विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। इनमें से 13 विधायक कांग्रेस के और तीन जद(एस) के हैं। राज्य के आवास मंत्री एमटीबी नागराज ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उनसे मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा वापस लेने को कहा।
नागराज होसकोट से कांग्रेस विधायक हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। नागराज ने 10 जुलाई को इस्तीफ दिया था। कंग्रेस नेताओं ने उनसे बात करके इस फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा था लेकिन पूरे दिन बातचीत के बाद भी नागराज की मंशा सपष्ट नहीं हुई।