कर्नाटक: चौतरफा आलोचनाओं के बाद कांग्रेस ने मेकेदातु पदयात्रा अस्थायी रूप से रोकी, पांच नेता हो चुके हैं कोविड पॉजिटिव
By विशाल कुमार | Published: January 13, 2022 02:41 PM2022-01-13T14:41:40+5:302022-01-13T14:47:32+5:30
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस की कर्नाटक ईकाई ने कोविड-19 संबंधी चिंताओं के कारण और जन स्वास्थ्य के हित में मेकेदातु पदयात्रा अस्थायी रूप से रोकने का फैसला किया है।
बेंगलुरु: चौतरफा आलोचनाओं का सामना करने और पांच नेताओं के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद कांग्रेस की कर्नाटक ईकाई ने मेकेदातु पदयात्रा अस्थायी रूप से रोकने का फैसला किया है।
कोविड पॉजिटिव होने वालों में कांग्रेस के दिग्गज नेता विरप्पा मोइली और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हैं और इन दोनों ने कल डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के साथ मंच साझा किया था।
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस की कर्नाटक ईकाई ने कोविड-19 संबंधी चिंताओं के कारण और जन स्वास्थ्य के हित में मेकेदातु पदयात्रा अस्थायी रूप से रोकने का फैसला किया है।
सिद्धारमैया ने कहा कि पिछले पांच दिनों में हमें सफलता मिली है। हमें बेंगलुरु में पदयात्रा समाप्त करनी थी। तीसरी लहर के कारण हमें इसे अभी के लिए स्थगित करना होगा।
कोविड-19 के नए संस्करण ओमीक्रॉन के कारण संक्रमण मामलों में तेजी से बढ़ोतरी के बावजूद यात्रा को जारी रखने को उचित ठहराते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि इसकी योजना दो महीने पहले तैयार की गई थी।
इससे पहले आज ही मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सिद्धारमैया और राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार को पत्र लिखकर कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए आयोजित पदयात्रा को वापस लेने का आग्रह किया था। बोम्मई ने आश्वासन दिया कि परियोजना का काम जारी है।
पदयात्रा नौ जनवरी को शुरू हुई थी और इसने करीब 139 किमी की दूरी तय की है। इसके 19 जनवरी को बेंगलुरु के बसवनगुडी में संपन्न होने का कार्यक्रम था।
कावेरी नदी पर मेकेदतु परियोजना लागू करने की मांग को लेकर कांग्रेस द्वारा 10 दिनों तक निकाली जा रही पदयात्रा के चौथे दिन बुधवार को कोविड प्रोटोकॉल उल्लंघन के मामले में डीके शिवकुमार सहित पार्टी के 64 नेताओं के खिलाफ तीसरी प्राथमिकी दर्ज की गई।
पदयात्रा में कर्नाटक के विभिन्न जिलों से लोगों के लामबंद होने को रोकने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बुधवार को एक जिले से दूसरे जिले में और रामनगर जिले के अंदर वाहनों की आवाजाही पर तथा लोगों के इसमें भाग लेने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी थी।