कर्नाटक में 1 जून से धार्मिक स्थल खोलने के फैसले पर राज्य सरकार का अब यू-टर्न, कहा- पीएम मोदी के फैसले का करेंगे इंतजार
By विनीत कुमार | Published: May 27, 2020 01:04 PM2020-05-27T13:04:53+5:302020-05-27T13:04:53+5:30
कर्नाटक सरकार की ओर से आज ही ये कहा गया था कि 1 जून मंदिर समेत मस्जिद और चर्च आदि खोल दिए जाएंगे। हालांकि, अब इस फैसले में बदलाव हुआ है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए देश में लॉकडाउन का चौथा चरण जारी और इसकी सयम सीमा 31 मई को खत्म हो रही है।
कर्नाटक में 1 जून से मंदिर, मस्जिद और चर्च खोलने के बयान पर राज्य सरकार ने यू-टर्न लेते हुए कहा है कि वे इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का इंतजार करेंगे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से ये स्पष्टीकरण दिया गया।
इससे पहले कर्नाटक के मंत्री के. श्रीनिवास पुजारी ने मंगलवार को कहा था कि राज्य में मंदिर एक जून से जनता के लिए खोल दिये जाएंगे जो कोविड-19 के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के चलते दो महीने से अधिक समय से श्रद्धालुओं के लिए बंद हैं।
We will wait for PM's decision over re-opening of temples, mosques and churches: Karnataka Chief Minister's Office https://t.co/3dmVNwyYao
— ANI (@ANI) May 27, 2020
हिंदू धार्मिक संस्थान एवं धर्मार्थ दान (मुजरई) मामलों के मंत्री पुजारी ने कहा, ‘मुजरई विभाग के संबंध में मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई थी, उस दौरान मंदिरों को एक जून से खोलने का निर्णय किया गया था।’
उन्होंने मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से कहा कि योजना मंदिरों के एक बार फिर खुलने के बाद वहां सभी सेवाओं की अनुमति देने की है, लेकिन स्थिति के अनुसार वे उसे कुछ सीमित कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम उस पर निर्णय करेंगे।’
उन्होंने बताया कि चूंकि ट्रेन, उड़ान सेवाएं, वाहन आवागमन शुरू हो गया है और होटलों के जल्द शुरू होने की उम्मीद है, कई श्रद्धालु मंदिरों को खोलने की मांग कर रहे थे। मंत्री ने कहा, ‘मंदिर पूजा और दैनिक संस्कार के लिए खुलेंगे और हम मंदिरों में मेले और कार्यक्रमों की अनुमति नहीं देंगे।’ राज्य में 34 हजार से अधिक मंदिर हैं जो मुजरई विभाग के तहत आते हैं।
(भाषा इनपुट)