कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा पर फिर लगे भ्रष्टाचार के आरोप, कांग्रेस ने बोला हमला, विभिन्न एजेंसियों से जांच की मांग
By शीलेष शर्मा | Published: July 11, 2021 09:37 PM2021-07-11T21:37:23+5:302021-07-11T21:40:02+5:30
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भ्रष्टाचार के एक और आरोप से घिर गए हैं। येदियुरप्पा के रिश्तेदारों पर आरोप है कि उन्होंने एक सरकारी ओहदे के लिए 16 करोड़ की रिश्वत मांगी थी, जिसमें से 9.5 करोड़ की राशि दी गई थी।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भ्रष्टाचार के एक और आरोप से घिर गए हैं। येदियुरप्पा के रिश्तेदारों पर आरोप है कि उन्होंने एक सरकारी ओहदे के लिए 16 करोड़ की रिश्वत मांगी थी, जिसमें से 9.5 करोड़ की राशि दी गई थी। इसके बाद कांग्रेस ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से न्यायिक जांच करवाने की मांग की है। साथ ही विभिन्न एजेंसियों से भी विस्तृत जांच का आग्रह किया है।
आरोप है कि एक सरकारी ओहदे के लिए मुख्यमंत्री के परिवार के सदस्यों ने 16 करोड़ रुपये की मांग की। यह राशि 2019 में कर्नाटक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष पद की नियुक्ति के लिए मांगी गई थी। यह नियुक्ति 30 दिसंबर को इस वादे के साथ दी गई कि डाक्टर सुधींद्र राव जिनको नियुक्त किया गया वे 16 करोड़ की रकम अपने कार्यकाल में अदा कर देंगे।
यह खुलासा उस बातचीत से हुआ है, जिसमें डॉक्टर सुधींद्र राव पूरी घटना का ज़िक्र कर रहे हैं कि कैसे सौदा हुआ और उसे चुकाने के लिए उनको क्या-क्या पापड़ बेलने पड़े। राव के अनुसार 9.75 करोड़ रुपये नगद मुख्यमंत्री के रिश्तेदार मरईस्वामी को अलग अलग तारीखों में दिए गए। ये रकम जनवरी से फरवरी 2020 के बीच अदा की गई।
इसके बाद मरईस्वामी ने राव की येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र और उनके नाती शशिधर मरांडी और उनके एक करीबी रिश्तेदार संजय श्री से मुलाक़ात कराई। इस मुलाक़ात में राव के सामने नई शर्तें रखी गईं। वीडियो बातचीत में डाक्टर राव बताते हैं कि इस रकम को जुटाने के लिए उन्हें अपनी परिसंपत्तियां तक बेचनी पड़ी।
इस खुलासे के बाद समूची कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेतृत्व के खिलाफ हमलावर हो गई है। कर्नाटक के कांग्रेस नेता गुंडूराव ने मांग की है कि इस पूरे मामले की सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों से विस्तृत जांच कराई जाए, जिससे की सच्चाई सामने आ सके।