कानपुर कांड में जांच के घेरे में आए डीआईजी एसटीएफ अनंत देव का ट्रांसफर, विकास दुबे पर कार्रवाई नहीं करने का था आरोप
By स्वाति सिंह | Published: July 7, 2020 09:57 PM2020-07-07T21:57:36+5:302020-07-07T22:18:49+5:30
सोमवार को शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र का पत्र उनकी बेटी ने घर में रखी फाइल से निकालकर दिया था। जिसके बाद उसी दिन सीओ कार्यालय सील कर दिया गया था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए शूटआउट कांड मामले में योगी सरकार ने मंगलवार को जांच के घेरे में आए डीआईजी एसटीएफ अनंतदेव का तबादला कर दिया है। इसके साथ ही दो अन्य आईपीएस अधिकारियों का भी तबादला किया गया है। सिंह को यहां से हटाकर पीएसी मुरादाबाद भेजा गया है। मालूम हो कि अनंत देव की तस्वीरें जय बाजपेई के साथ सामने आने के बाद उन पर लगातार सवाल उठाया जा रहा था।
दरअसल, सोमवार को शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र का पत्र उनकी बेटी ने घर में रखी फाइल से निकालकर दिया था। जिसके बाद उसी दिन सीओ कार्यालय सील कर दिया गया था।
इस मामले में तत्कालीन एसएसपी अनंतदेव तिवारी पर सवाल खड़े हो रहे थे कि सीओ ने उन्हें पत्र लिखकर विकास दुबे व निलंबित थानेदार विनय तिवारी के साठगांठ की पोल खोली थी तो उन्होंने दोनों पर कार्रवाई क्यों नहीं की।
SSP कार्यकाल के दौरान भी लगे थे कई आरोप
बता दें कि अनंत देव कानपुर में एसएसपी थे और सीओ द्वारा चौबेपुर के थानाध्यक्ष की शिकायत करने पर उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की थी। यही नहीं सीओ ने बिल्लोर के अन्य इंस्पेक्टर और पुलिस कर्मियों के बारे में भी शिकायत की थी लेकिन एसएसपी ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसी के साथ पीएसी 15वीं वाहिनी आगरा में सुधीर कुमार सिंह को डीआईजी एसटीएफ के पद पर तैनाती दी गई है।