कानपुर देहात: भीमराव अंबेडकर का पोस्टर फाड़ा, दो गुटों के बीच संघर्ष, 25 लोग घायल, 11 गिरफ्तार
By भाषा | Published: February 14, 2020 11:07 PM2020-02-14T23:07:39+5:302020-02-14T23:07:39+5:30
अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार को मंगटा गांव में अनुसूचित जाति के कुछ लोगों ने भीम कथा के बाद भीम शोभायात्रा निकाली। इस दौरान अगड़ी जाति से ताल्लुक रखने वाले एक लड़के ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का पोस्टर फाड़ दिया जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के मंगटा गांव में दो गुटों के बीच हिंसक संघर्ष में कम से कम 25 लोग घायल हो गए। इस मामले में 11 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार को मंगटा गांव में अनुसूचित जाति के कुछ लोगों ने भीम कथा के बाद भीम शोभायात्रा निकाली। इस दौरान अगड़ी जाति से ताल्लुक रखने वाले एक लड़के ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का पोस्टर फाड़ दिया जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया।
उन्होंने बताया कि इस दौरान हुए पथराव में करीब 25 लोग घायल हो गए। उन्हें उर्सला हॉर्समैन मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
कुमार ने बताया कि इस मामले में अगड़ी जाति के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है और 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिन्हें शुक्रवार शाम जेल भेज दिया गया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले पर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरते हुए ट्वीट में कहा, "कानपुर देहात के मंगटा गांव में भीमकथा कर रहे दलितों पर दबंगों ने हमला किया। कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं। शब्बीरपुर की घटना हो या मंगटा की घटना हो, भाजपा सरकार ने पीड़ित परिवारों की कोई सुनवाई नहीं की।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने संविधान पर हमला बोला रखा है और अब बाबासाहेब की कथा करने पर भी हमला हो रहा है।