कंगना रनौतः हर सियासी बॉल पर बयानी सिक्सर उछाल देना पड़ सकता है भारी, राजनीतिक दल भी साथ नहीं देंगे?
By प्रदीप द्विवेदी | Published: September 6, 2020 01:04 PM2020-09-06T13:04:16+5:302020-09-06T13:04:16+5:30
कंगना रनौत ने दावा किया है कि शिवसेना नेता संजय राउत ने उन्हें मुंबई ना आने की धमकी दी है। जिसके बाद शिवसेना विधायक ने भी कंगना रनौत को कथित तौर पर मुंबई आने की धनकी दी। कंगना ने हाल ही में एक ट्वीट में सवाल किया था, मुंबई, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरह क्यों लग रहा है?
नई दिल्ली: फेमस एक्ट्रेस कंगना रनौत अपने आक्रामक बयानों के कारण अक्सर चर्चाओं में रहती आई हैं. एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कंगना रनौत ने ही बेबाक बयान दिए थे और लोगों ने उनका समर्थन भी किया, लेकिन मुंबई और मुंबई पुलिस को लेकर जो बयान उन्होंने दिए हैं, उसने विवाद खड़ा कर दिया है. जाहिर है, हर सियासी बॉल पर बयानी सिक्सर उछाल देना भारी पड़ सकता है, खासकर, सितंबर, दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 में अमर्यादित बयान उलझा सकते हैं?
महिलावर्ग के विरोध का सामना करना पड़ सकता है, विरोधी खुलकर सामने आएंगे, जबकि समर्थक ज्यादा सक्रियता नहीं दिखाएंगे. मुबंई पुलिस के मामले में तो वे सियासी दल भी उनका साथ नहीं देंगे, जो राजनीतिक लाभ के कारण उनके साथ खड़े हैं.
मुंबई पुलिस देश की श्रेष्ठ पुलिस मानी जाती रही है, जिसने कानून-व्यवस्था के मामले में मुंबई को अव्वल स्थान दिलाया है. यहां रातभर सामान्य जिंदगी चलती है, खासकर महिलाओं की सुरक्षा के नजरिए से अपेक्षाकृत यह बेहतर महानगर है.
यकीनन, कुछ लोग खराब भी हो सकते हैं, लेकिन दो-चार कंकड़ के लिए सारे चावलों को ही कंकड़ करार देना, सही नहीं माना जा सकता है. कंगना रनौत की प्रचलित कुंडली पर भरोसा करें, तो गुरु-राहु का संगम उनके अमर्यादित बयानों का कारण है, तो राहु-सूर्य का संगम बयानों पर विवाद की भूमिका तैयार करता है.
कुंडली के इन योग के कारण ही समर्थक भी लंबे समय तक और हर मामले में आर-पार के संघर्ष में उनका साथ नहीं दे सकते हैं. राहु राजनीति में उनकी दिलचस्पी बढ़ाता रहेगा और वर्ष 2025 से वे सक्रिय राजनीति में कदम रख सकती हैं.
वर्ष 2020-21 उनके लिए अच्छा है, अक्टूबर-नवंबर कुछ खास फायदा देंगे, तो फरवरी-मार्च 2021 भी अच्छे रहेंगे. वर्ष 2021-22 में विरोधियों से निपटने में वे सक्षम रहेंगी, लेकिन वर्ष 2022-23 में विरोधी उन्हें उलझा सकते हैं. इस दौरान एकसाथ कई मोर्चों पर संघर्ष पड़ सकता है.
हिन्दी फिल्मों की फेमस एक्ट्रेस कंगना रनौत वर्ष 2014 में आई फिल्म क्वीन के बाद बॉलीवुड की क्वीन ही बन गई. हिमाचल प्रदेश में जन्मी कंगना ने दिल्ली में अस्मिता थिएटर ग्रुप के साथ अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत की, शुरुआत में कई नाटकों में अभिनय किया, तो अरविन्द गौड़ के साथ उनका पहला नाटक गिरीश कर्नाड का रक्त कल्याण था. क्वीन, फैशन, तनु वेड्स मनु, तनु वेड्स मनु रिटर्न्स, राजः द मिस्ट्री कंटिन्यूज, कृष 3 आदि उनकी बेहतरीन फिल्में हैं!