राजनीति के शुरुआती दिनों में हाथापाई के विवादों में शामिल रहे हैं कैलाश विजयवर्गीय, अफसर को जूता दिखाने वाली तस्वीर वायरल
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: June 28, 2019 04:05 PM2019-06-28T16:05:59+5:302019-06-28T16:05:59+5:30
अखबार में जानकारी दी गई है कि बियाबानी में एक राजनीतिक कार्यकर्ता की रिपोर्ट लिखवाने को लेकर विजयवर्गीय ने पुलिस अधिकारी लक्ष्मण सिलावट से मारपीट की थी और जब वह विधायक थे तब एएसपी प्रमोद फलणीकर को जूता दिखाया था।
विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय द्वारा इंदौर के नगर निगम अधिकारी की बल्ले से पिटाई की फजीहत से जूझ रहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की एक पुरानी तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में कैलाश विजयवर्गीय एक शख्स को जूता दिखाते हुए देखे जा रहे हैं। पत्रिका अखबार में इंदौर संस्करण के 27 जून के दूसरे पन्ने पर प्रकाशित इस तस्वीर के बारे में बताया गया है कि कैलाश विजयवर्गीय अपने राजनीतिक जीवन के शुरुआती दिनों में अधिकारियों के साथ हाथापाई कर चुके हैं।
अखबार में जानकारी दी गई है कि बियाबानी में एक राजनीतिक कार्यकर्ता की रिपोर्ट लिखवाने को लेकर विजयवर्गीय ने पुलिस अधिकारी लक्ष्मण सिलावट से मारपीट की थी और जब वह विधायक थे तब एएसपी प्रमोद फलणीकर को जूता दिखाया था।
अखबार में एक मामले की जानकारी और दी गई है, जिसमें कहा गया है कि अन्य मामले में तुकोगंज थाने में पुलिस अधिकारी अरुण जैन के साथ भी विजयवर्गीय का विवाद हुआ था जिसमें कथित तौर पर उनकी अधिकारी से हाथापाई हुई थी।
बता दें कि बुधवार (26 जून) को इंदौर के गंजी कंपाउंड स्थित एक जर्जर मकान को तोड़ने के लिए गए नगर निगम अधिकारियों और कर्मियों के साथ विधायक आकाश विजयवर्गीय का विवाद हो गया था। इस दौरान आकाश विजयवर्गीय ने सरेआम नगर निगम के जोनल अधिकारी धीरेंद्र बायस और बिल्डिंग अधिकारी असीत खरे को क्रिकेट बैट से पीट दिया था। इस घटना के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर आने पर बीजेपी नेता और उनके पिता चौतरफा आलोचनाओं से घिर गए।
इस घटना को लेकर आरोपी आकाश विजय वर्गीय का कहना था, ''निगम अफसरों से कहा था कि आप यहां से चले जाइए। अफसर जनप्रतिनिधि को कुछ समझ ही नहीं रहे हैं। उस समय मैं गुस्से में था। पता नहीं क्या कर दिया। हम पहले निवेदन करते हैं, फिर आवेदन और न समझे तो दे दनादन। अफसर ने एक महिला से अभद्रता की, जिससे मुझे गुस्सा आ गया। कार्रवाई मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के इशारों पर हो रही है।''
शहर में घटना को लेकर काफी हंगामा हुआ और आखिर में पुलिस को विधायक आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करना पड़ा, जहां जज ने उन्हें जमानत न देते हुए 11 जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया। आकाश के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने, मारपीट और बलवे की धाराओं में मामला दर्ज किया गया। अपने बेटे का वचाव करते हुए आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय ने एक टीवी पत्रकार से अभद्रता की और उसकी औकात तक पूछ ली। इस पर वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले गृहमंत्री अमित शाह ने एक रिपोर्ट तलब की है। वहीं, बीजेपी के बड़े नेता इस मामले में चुप्पी साध चुके हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं और हर सवाल के जवाब में धन्यवाद-धन्यवाद कह रहे हैं।