सिंधिया के 11 सर्मथक विधायकों का हंगामा, बोले- नहीं बनाया प्रदेश अध्यक्ष तो कमलनाथ के पक्ष नहीं डालेंगे वोट
By पल्लवी कुमारी | Published: December 15, 2018 04:24 PM2018-12-15T16:24:19+5:302018-12-15T16:24:19+5:30
सीएम पद ना मिलने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है, 'ना मेरे पिता को किसी पद या कुर्सी की लालसा रही कभी, ना ही मुझे ऐसी कोई भूख है।"
विधान सभा चुनावों के बाद मध्यप्रदेश की तस्वीर एकदम साफ है। कमलनाथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए कोई भूमिका या पद सोचा है या नहीं, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम नहीं बनाने पर उनके 11 समर्थक विधायकों ने विरोध किया है।
उन्होंने विरोध प्रदशर्न करते हुए कहा है कि कहा है कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश का अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो वह कमलनाथ के पक्ष में वोट नहीं करेंगे। हालांकि इस पर अभी कांग्रेस की ओर कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है।
सीएम पद ना मिलने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक साक्षात्कार किया। सीएम पद ना मिलने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है, 'ना मेरे पिता को किसी पद या कुर्सी की लालसा रही कभी, ना ही मुझे ऐसी कोई भूख है।"
कांग्रेस ने एमपी में कुल 114 सीटें जीती हैं। जबकि 230 विधानसभा सीटों वाले मध्यप्रदेश में सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत लगेगी।
राज्य में 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है जिसके चलते कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। प्रदेशभर के कार्यकर्ता कल से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर बड़ी तादाद में मौजूद हैं। वे मिठाइयां बांटकर खुशी व्यक्त कर रहे हैं और ढोल-नगाड़ों पर नाच रहे हैं। लेकिन इसी बीच कांग्रेस का आधा खेमा सिंधिया को सीएम ना बनाने की वजह से नाराज भी हैं।