न्यायमूर्ति लांबा, माहेश्वरी, स्वामी और झा ने ली मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली, विभिन्न हाईकोर्ट में बने चीफ जस्टिस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 7, 2019 03:54 PM2019-10-07T15:54:54+5:302019-10-07T15:54:54+5:30
इस मौके पर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी मौजूद थे। मुख्य सचिव आलोक कुमार, पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और कानूनी बिरादरी के सदस्यों ने भी शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया। लांबा इससे पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे।
न्यायमूर्ति अजय लांबा ने गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राज्यपाल जगदीश मुखी ने उन्हें यहां राजभवन के दरबार हॉल में पद की शपथ दिलाई।
इस मौके पर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी मौजूद थे। मुख्य सचिव आलोक कुमार, पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और कानूनी बिरादरी के सदस्यों ने भी शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया। लांबा इससे पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे।
न्यायमूर्ति जितेन्द्र कुमार माहेश्वरी ने ली आंध्र प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ
न्यायमूर्ति जितेन्द्र कुमार माहेश्वरी ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने विजयवाड़ा में आयोजित एक समारोह में न्यायमूर्ति माहेश्वरी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मुख्य समारोह के बाद राज्यपाल को तुम्मालापल्ली वारी क्षेत्रेय कलाक्षेत्रम के वीआईपी कक्ष में न्यायमूर्ति माहेश्वरी को दोबारा शपथ दिलानी पड़ी, क्योंकि उन्होंने पहले समारोह के दौरान आंध्र प्रदेश की जगह भूलवश ‘‘मध्य प्रदेश का मुख्य न्यायामूर्ति’’ पढ़ दिया था। वीआईपी कक्ष में जब भूल सुधार हुआ तब मुख्यमंत्री वाई एस आर जगनमोहन रेड्डी, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश तथा राज्य के मुख्य सचिव एल वी सुब्रमण्यम मौजूद थे।
राज्यपाल के सचिव मुकेश कुमार मीना ने शपथ ग्रहण के दौरान हुई चूक के बारे में बताया और फिर इसे सुधारा गया। आंध्र प्रदेश में नियुक्ति से पहले न्यायमूर्ति माहेश्वरी मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। पिछले साल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने न्यायमूर्ति माहेश्वरी को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के पहले नियमित मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किए जाने का आदेश जारी किया।
विभाजन के बाद, साल एक जनवरी को आंध्र प्रदेश को अलग उच्च न्यायालय मिला और वहां राजधानी अमरावती में एक अस्थायी परिसर में उच्च न्यायालय का कामकाज शुरू हुआ। अब तक न्यायमूर्ति सी प्रवीण कुमार ने कार्यवाहक मुख्य न्यायामूर्ति के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रखी थी।
न्यायमूर्ति लिंगप्पा स्वामी ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली
कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति लिंगप्पा नारायण स्वामी ने रविवार को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली। वह हिमाचल उच्च न्यायालय के 25वें मुख्य न्यायाधीश हैं। यहां राजभवन में 60 वर्षीय न्यायमूर्ति स्वामी को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शपथ दिलायी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर भी मौजूद थे। न्यायमूर्ति स्वामी चार जुलाई 2007 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए थे और 17 अप्रैल 2009 को स्थायी न्यायाधीश बने। उन्होंने इस साल 17 जनवरी से नौ मई तक कर्नाटक उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की जिम्मेदारी निभायी।
न्यायमूर्ति रविशंकर झा ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली
न्यायमूर्ति रवि शंकर झा को रविवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के नये मुख्य न्यायाधीश के रूप शपथ दिलायी गयी। पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर ने न्यायमूर्ति झा को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के 35वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलायी।
न्यायमूर्ति झा इससे पहले मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थे। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी सिंह और मुख्य सचिव करण अवतार सिंह भी मौजूद थे।
इस कार्यक्रम में उच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीश और अधीनस्थ न्यायालयों के न्यायाधीश भी उपस्थित थे। इस मौके पर नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश के परिवार के सदस्य भी पहुंचे थे। राष्ट्रपति ने बृहस्पतिवार को न्यायमूर्ति झा की पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति अधिसूचित की थी।
न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी को पिछले महीने उच्चतम न्यायालय में प्रोन्नत किये जाने के बाद पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद खाली हुआ था। नये मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति तक न्यायमूर्ति राजीव शर्मा उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कामकाज संभाल रहे थे।
राज्यपाल ने न्यायमूर्ति माहान्ती को मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने रविवार को वरिष्ठ न्यायाधीश इन्द्रजीत माहान्ती को राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एस रविन्द्र भट्ट के उच्चतम न्यायालय में जाने से यह पद खाली हुआ था।
न्यायमूर्ति माहान्ती ने अंग्रेजी भाषा में शपथ ली। न्यायमूर्ति माहान्ती राजस्थान उच्च न्यायालय के 37 वें मुख्य न्यायाधीश हैं। समारोह के प्रारम्भ में मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द द्वारा जारी मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति का वारंट पढ़कर सुनाया।
समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी, मंत्रीमण्डल के सदस्यगण, जनप्रतिनिधिगण, राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीशगण सहित वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी मौजूद थे। शपथग्रहण समारोह में न्यायमूर्ति माहान्ती की पत्नी कविता, पुत्र सत्यजीत और पुत्री आकांक्षा सहित परिवारजन उपस्थित थे।