BJP चीफ जेपी नड्डा जल्द करेंगे अपनी नई टीम का ऐलान, फड़नवीस से लेकर सीतारमण और स्मृति ईरानी का नाम चर्चा में
By नितिन अग्रवाल | Published: June 5, 2020 07:01 AM2020-06-05T07:01:54+5:302020-06-05T07:01:54+5:30
कोरोना वायरस (Covid-19) को लेकर लगाए लॉकडाउन की वजह से भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी टीम बनाने में देरी की। लेकिन अब जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी। पार्टी की सर्वोच्च इकाई संसदीय बोर्ड में भी बदलाव किया जाएगा।
नई दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी प्रमुख का पद संभालने के बाद पहली बार अपनी टीम बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसमें लगभग 30% नए चेहरे नजर आ सकते हैं. सूत्र बताते हैं कि जल्द ही इसकी घोषणा भी कर दी जाएगी. नई टीम में युवा और अनुभव का तालमेल दिखेगा. लोकमत समाचार को मिली जानकारी के अनुसार कई राज्यों के प्रमुख नेताओं को भी केंद्रीय स्तर पर संगठन में शामिल किया जा सकता है. इनमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी हो सकते हैं.
पार्टी की सर्वोच्च इकाई संसदीय बोर्ड में भी बदलाव होगा. पार्टी संविधान के अनुसार इसमें एक चौथाई नए सदस्यों को जगह दी जानी है. सुषमा स्वराज और अरुण जेटली के निधन के बाद 11 सदस्यों वाले बोर्ड में 3 सदस्यों का स्थान लंबे समय से रिक्त है. इसके अतिरिक्त बोर्ड में फिलहाल एक भी महिला सदस्य नहीं है. इसलिए कम से कम एक महिला नेता को संसदीय बोर्ड में शामिल किया जा सकता है. जिन महिला सदस्यों को बोर्ड में शामिल करने की चर्चा है उनमें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के नाम प्रमुख हैं.
कोविड-19 लाॉकडाउन की वजह से टीम बनाने की तैयारियों में हुई देरी
इसके अतिरिक्त देवेंद्र फड़नवीस को बोर्ड में शामिल किया जा सकता है. 20 जनवरी से पार्टी का अध्यक्ष पद संभाल रहे नड्डा को 4 महीने से अधिक का समय हो चुका है. मार्च में ही उनकी नई टीम की उम्मीद की जा रही थी लेकिन कोविड-19 लॉकडाउन के चलते ये फैसला टाल दिया गया. अब लॉकडाउन खुलने की शुरुआत के साथ ही नड्डा ने दिल्ली सहित तीन प्रदेशों के अध्यक्ष बदलकर संगठन को नया स्वरूप देने की शुरुआत कर दी है. तीनों प्रदेश में नड्डा ने युवा और अनुभवी चेहरों को चुनने के साथ-साथ सामाजिक समीकरणों का विशेष ध्यान रखा है. माना जा रहा है कि वे केंद्रीय पदाधिकारियों की टीम भी इसी फॉर्मूले के तहत बनाएंगे.
मौजूदा पदाधिकारियों को भी मिलेगा मौका
सूत्रों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष की नई टीम में लगभग 30 से 40% मौजूदा पदाधिकारी भी शामिल होंगे, हालांकि उनकी जिम्मेदारियों में बदलाव किया जा सकता है. आगामी कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव वाले बिहार और पश्चिम बंगाल सरीखे राज्यों के पदाधिकारियों की भूमिका में बदलाव की संभावना नहीं है. विशेष रूप से पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी संभाल रहे कैलाश विजयवर्गीय और बिहार की जिम्मेदारी संभाल रहे भूपेंद्र यादव की भूमिकाएं बरकरार रहने के आसार हैं. इसी तरह संघ पृष्ठभूमि वाले राम माधव और मुरलीधर राव की मौजूदा भूमिकाओं में बदलाव की संभावना कम है.
कई राज्यों के नेताओं को मिलेगी केंद्र में जिम्मेदारी
नड्डा की नई टीम में कई प्रदेशों के नेताओं को दिल्ली बुलाया जा सकता है. सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और झारखंड के नेता को राष्ट्रीय टीम में जगह मिल सकती है. माना जा रहा है कि उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिवों की भूमिकाओं में चेहरे और काम में काफी बदलाव हो सकता है.
युवाओं और महिलाओं को भी मिलेगा समान मौके
राज्यों को भेजे निर्देशों में नड्डा की ओर से युवाओं, महिलाओं और नए चेहरों को मौका देने की बात कही गई थी. सकुर्लर में कहा गया था कि समान अनुपात से लोगों को मौका दिया जाए. इसके लिए राज्यों से उन्होंने वर्ग के हिसाब से सूची भी मंगवा ली है. दरअसल नड्डा विभिन्न राज्यों और केंद्र में युवा और नए नेतृत्व को उभारना चाहते हैं जो अगले एक दशक में विभिन्न स्तरों पर प्रमुख भूमिकाओं के लिए तैयार होकर पार्टी को आगे बढ़ाए.