2019 का रेमन मैगसायसाय अवार्ड से सम्मानित हुए पत्रकार रवीश कुमार
By भाषा | Published: September 9, 2019 05:17 PM2019-09-09T17:17:52+5:302019-09-09T17:17:52+5:30
फिलीपीन की राजधानी मनीला में पुरस्कार ग्रहण करते हुए कुमार ने कहा, ‘‘भारतीय मीडिया संकट की स्थिति में है और यह संकट एकाएक या आकस्मिक नहीं हुआ है बल्कि व्यवस्थित तरीके से इसे अंजाम दिया गया।’’ उन्होंने कहा कि मीडिया में संकट का मूल्यांकन करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
चर्चित भारतीय पत्रकार रवीश कुमार को सोमवार को एशिया का नोबेल पुरस्कार माने जाने वाले रेमन मैगसायसाय अवार्ड से सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया ‘संकट’ की अवस्था में है और यह अचानक या आकस्मिक नहीं हुआ है बल्कि सुनियोजित तरीके से इसे अंजाम दिया गया है। रेमन मैगसायसाय अवार्ड के प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि एनडीटीवी इंडिया के सीनियर एक्जीक्यूटिव एडिटर और भारत के प्रभावशाली टीवी पत्रकारों में एक कुमार (44) अपनी खबरों में आम लोगों की समस्याओं को तरजीह देते हैं।
फिलीपीन की राजधानी मनीला में पुरस्कार ग्रहण करते हुए कुमार ने कहा, ‘‘भारतीय मीडिया संकट की स्थिति में है और यह संकट एकाएक या आकस्मिक नहीं हुआ है बल्कि व्यवस्थित तरीके से इसे अंजाम दिया गया।’’ उन्होंने कहा कि मीडिया में संकट का मूल्यांकन करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
कुमार समेत पांच लोगों को पुरस्कार देने की घोषणा की गयी थी। वर्ष 2019 के रेमन मैगसायसाय पुरस्कार के अन्य विजेताओं में म्यांमा से को स्वे विन, थाइलैंड से अंगखाना नीलापिजीत, फिलीपीन से रेमोंडो पुजेंटे कयाबिब और दक्षिण कोरिया से किम जोंग की का नाम शामिल है।
फिलीपीन के सर्वाधिक प्रतिष्ठित राष्ट्रपति रहे रेमन डेल फिएरो मैगसायसाय के नाम पर 1957 में इस पुरस्कार की शुरुआत की गयी थी। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद वह देश के तीसरे राष्ट्रपति थे। रेमन मैगसायसाय पुरस्कार एशिया का सर्वोच्च सम्मान है और हर साल एशिया के लोगों या संगठनों को दिया जाता है।
बिहार के जितवारपुर गांव में जन्मे कुमार 1996 में नयी दिल्ली टेलीविजन नेटवर्क (एनडीटीवी) से जुड़े थे और रिपोर्टर के तौर पर काम करते हुए आगे बढ़े। रवीश कुमार चैनल पर ‘प्राइम टाइम’ नामक समाचार कार्यक्रम करते हैं ।