JNUSU Results 2018: बैलेट बॉक्स चोरी करने की कोशिश के बाद शुरू हुई मतगणना
By आदित्य द्विवेदी | Published: September 15, 2018 09:18 AM2018-09-15T09:18:13+5:302018-09-16T10:06:05+5:30
JNUSU Election Counting & Results 2018 LIVE News Updates in Hindi: शुक्रवार को छात्रसंघ चुनाव में रिकॉर्ड 70 प्रतिशत मतदान हुए। ये चुनाव अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए हुए हैं।
नई दिल्ली, 15 सितंबरः जवाहर लाल यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के लिए मतगणना शनिवार शाम को फिर शुरू हुई। एबीवीपी की तरफ से एजेंट नहीं बल्कि जीआरसी (Grievances Redressal Cell)की तरफ से दो अब्जर्वर काउंटिंग सेंटर पर भेजे गए। गौरतलब है कि काउंटिंग से पहले जिन छात्र संघों की तरफ से एजेंट का पहचान पत्र सब्मिट किया गया था सिर्फ वही इस काउंटिंग प्रक्रिया को ज्वाइन कर सकता है।
कल रात 10 बजे से ही मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। लेकिन कुछ ही देर बाद कुछ ऐसा हुआ कि मतगणना स्थगित कर दी गई। बता दें कि जेएनयू के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि मतगणना शुरू होते ही स्थगित कर दी गई। फिलहाल एबीवीपी और लेफ्ट के बीच टक्कर जारी है।
हालाँकि, शुक्रवार को काउंटिंग शुरू होने से पहले एबीवीपी ने इस प्रक्रिया को फॉलो नही किया,ऐसे में नियम के मुताबिक किसी नए एजेंट को प्रक्रिया में शामिल होने की इजाज़त नही है। अब जीआरसी की तरफ से दो अब्ज़र्वर इस काउंटिंग प्रक्रिया पर नजर रखेंगे। इसी बीच झड़प के दौरान एबीवीपी के दो जख़्मी छात्रों को सफदरजंग ले जाया गया है।
ABVP ने लेफ्ट पर लगाया गुंडागर्दी का आरोप
जेएनयू में बवाल के बाद एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री आशीष चौहान ने लेफ्ट विंग पार्टियों पर गुंडागर्दी के आरोप लगाएं है। उन्होंने कहा कि एबीवीपी की बढ़ती उपस्थिति से परेशान AISA जैसे अन्य वामपंथी मारपीट पर उतारू हुए है। उन्होंने कहा कि वोट गिनती केंद्र के सामने स्कूल ऑफ लैंग्वेज और School of International Studies (SIS) के मैदान पर समय 5:30 के आसपास बिना किसी उकसावे AISA के गुंडेजो उनके पदाधिकारी है उन्होंने अचानक गंभीर हमला किया और एवीबीपी के प्रमुख छात्रा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की।
JNU में लोकतंत्र पर लेफ्ट का बड़ा हमला!
बताया जा रहा था कि मतगणना केंद्र पर कुछ अराजक तत्व जबरदस्ती घुसने का प्रयास कर रहे थे और सीलबंद बैलेट बॉक्स झपटने की कोशिश की थी। इसके बाद मतगणना रोक दी गई थी। एनएसयूआई ने आरोप लगाया था कि एबीवीपी उसकी जीत से बौखला गई है। बवाल के बाद काउंटिंग सेंटर पर मीडिया की एंट्री रोक दी गई। एबीवीपी ने तोड़फोड़ के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उनके पार्टी एजेंट को काउंटिंग सेंटर पर नहीं बुलाया गया।
बता दें कि शुक्रवार को छात्रसंघ चुनाव में रिकॉर्ड 68 प्रतिशत मतदान हुए। निर्वाचन समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुल 7,650 वोट में से 5,185 वोट डाले गए। ये चुनाव अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए हुए हैं।
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शुक्रवार को मतगणना के बाद अध्यक्ष पद के लिए नामांकित आठ उम्मीदवारों का भाग्य बंद हो गया। इनमें आइसा, एआईएसएफ, एसएफआई और डीएसएफ गठबंधन के तहत अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के विद्यार्थी एन. साई बालाजी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से ललित पांडे, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) से विकास यादव राष्ट्रीय जनता दल राजद की मौजूदा समय में सभी चारों पदों पर क्रमश: वाम दल की गीता कुमारी, सिमोन जोया खान, दुग्गीराला श्रीकृष्णा और शुभांशु सिंह काबिज हैं।
इससे पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव नतीजों में एबीवीपी ने तीन पदों पर कब्जा किया था। एनएसयूआई को सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल हुई है। इसके अलावा गठबंधन में लड़े लेफ्ट और आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई के हाथ डूसू चुनाव में खाली ही रहे।