JNU हिंसा मामले में आरोपी छात्रा के बारे में AVBP ने दिया ये बयान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 15, 2020 09:07 AM2020-01-15T09:07:07+5:302020-01-15T13:41:46+5:30
ABVP दिल्ली के राज्य सचिव सिद्धार्थ यादव ने स्वीकार किया कि नकाबपोश कोमल शर्मा संगठन से एक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा, "जब से सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ ट्रोलिंग शुरू हुई है, हमारा उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है।"
दिल्ली पुलिस का कहना है कि उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में 5 जनवरी को हुई हिंसा में देखी गई नकाबपोश महिला की पहचान दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा कोमल शर्मा के रूप में की है। दौलत राम कॉलेज की छात्रा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक सदस्य कोमल शर्मा को कथित तौर पर एक चेक शर्ट और एक हल्के नीले रंग का दुपट्टा पहने और वीडियो में एक छड़ी लिए देखा गया था। उन्हें कथित तौर पर साबरमती हॉस्टल के अंदर दो अन्य पुरुष छात्रों के साथ जेएनयू के छात्रों को धमकाते हुए भी देखा गया था।
पुलिस के अनुसार, आईपीसी की धारा 160 के तहत कोमल शर्मा और दो अन्य लोगों, अक्षत अवस्थी और रोहित शाह को भी नोटिस दिया गया है। पुलिस ने कहा कि तीनों का पता लगाया जाना बाकी है क्योंकि उनके फोन बंद हैं।
संपर्क किए जाने पर, एबीवीपी दिल्ली के राज्य सचिव सिद्धार्थ यादव ने स्वीकार किया कि शर्मा संगठन से एक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा, “जब से सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ ट्रोलिंग शुरू हुई, तब से हम उनके पास पहुंचने में असमर्थ हैं। मुझे प्राप्त हुई अंतिम जानकारी यह है कि वह अपने परिवार के साथ है। संपर्क नहीं होने की वजह से मैं उनसे यह पूछ नहीं पा रहा हूं कि क्या उन्हें पुलिस से सम्मन मिला है। ”
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट की मानें तो सिद्धार्थ यादव ने कहा, “इन आरोपों में और अधिक जांच की जरूरत है। इसे अच्छी तरह से और जल्द से जल्द पूरा करने की जरूरत है ताकि उसके नाम के खिलाफ दाग को हटाया जा सके। यदि उसने वास्तव में कुछ किया है, तो उसे संबोधित किया जा सकता है। हमलोगों ने खुद भी जांच में पाया कि एबीवीपी संगठन के कई लोगों को 5 तारीख को विश्वविद्यालय में पीटा गया था। ”
हालांकि, छात्र संगठन रोहित शाह व अक्षत को एबीवीपी सदस्य मानने के लिए तैयार नहीं है। संगठन ने पहले ही कहा था कि अवस्थी एबीवीपी का सदस्य नहीं है। जेएनयू के प्रथम वर्ष के छात्रों अक्षत अवस्थी और रोहित शाह ने इंडिया टुडे द्वारा किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन में एबीवीपी से होने की बात सामने आई थीं।
इस बीच, हिंसा के सिलसिले में मंगलवार को जेएनयू के दो और छात्रों से दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने पूछताछ की। मिल रही जानकारी के मुताबिक, साइबर टीम के विशेषज्ञ भी सर्वर विभाग से डेटा प्राप्त करने में कामयाब रहे।
अतिरिक्त पीआरओ (दिल्ली पुलिस) अनिल मित्तल ने कहा कि दो छात्रों, सुचेता तालुकदार और प्रिया रंजन से छात्रों और शिक्षकों द्वारा नकाबपोश भीड़ द्वारा किए गए हमले के संबंध में दो घंटे तक पूछताछ की गई। जबकि तालुकदार ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) से जेएनयूएसयू पार्षद हैं, रंजन की राजनीतिक संबद्धता स्पष्ट नहीं है।
जेएनूय में हमलावर के रूप में पेश करने पर चैनल के खिलाफ कोमल शर्मा पहुंची महिला आयोग
पीटीआई-भाषा में छपी खबर के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा कोमल शर्मा ने एक चैनल के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। शर्मा का आरोप है कि जेएनयू में हुए हमले को लेकर चैनल ने उन्हें कथित तौर पर एक आरोपी के रूप में पेश करके बदनाम किया है।
आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि शर्मा ने राष्ट्रीय महिला आयोग को शिकायत की है कि जेएनयू में पांच जनवरी की हिंसा के मामले में उनका नाम गलत तरीके से शामिल किया गया है और संबंधित टीवी चैनल ने इस पर प्रतिक्रिया या स्पष्टीकरण के लिए उनसे संपर्क भी नहीं किया। उसने आयोग से इस मामले पर गौर करने का आग्रह किया है।
शर्मा की पहचान कथित तौर पर पुलिस ने उस नकाबपोश लड़की के रूप में की है जो चेक वाला शर्ट पहने हुए थी और हल्के नीले रंग के स्कार्फ से अपना चेहरा ढके हुए थी। उसके हाथ में एक लाठी भी थी। यह कथित वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है। पुलिस ने बताया कि शर्मा का फोन शनिवार की रात से ही बंद है।