JNU में पारंपरिक भारतीय संगीत एवं नृत्य विद्यालय खुलने की संभावना, विश्वविद्यालय के अकादमिक परिषद में प्रस्ताव हुआ पारित
By भाषा | Published: October 16, 2019 06:03 AM2019-10-16T06:03:53+5:302019-10-16T06:03:53+5:30
जेएनयू शिक्षक संघ का कहना है कि उनके अध्यक्ष को आमंत्रित किया गया था लेकिन कुछ कार्य की वजह से उन्होंने नामित सचिव को इस बैठक में भेजने का निर्णय लिया।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में पारंपरिक भारतीय संगीत एवं नृत्य विद्यालय खुलने की संभावना है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। विश्वविद्यालय के अकादमिक परिषद में मंगलवार को ‘पारंपरिक भारतीय संगीत एवं नृत्य विद्यालय’ खोलने का प्रस्ताव पारित हुआ। यह विद्यालय शास्त्रीय एवं पारंपरिक नृत्य एवं संगीत को समर्पित होगा।
अब इस प्रस्ताव को कार्यकारी परिषद की बैठक में पेश किया जाएगा। हालांकि शिक्षकों की इकाई ने इस पर ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि जेएनयू में पहले से ही कला एवं सौंदर्यशास्त्र विद्यालय है जिसमें नृत्य और संगीत की पढ़ाई एमए, एमफिल और पीएचडी स्तर पर होती है। वहीं छात्र संघ के चुने हुए प्रतिनिधियों को इस बैठक में आमंत्रित ही नहीं किया गया था।
शिक्षक संघ का कहना है कि उनके अध्यक्ष को आमंत्रित किया गया था लेकिन कुछ कार्य की वजह से उन्होंने नामित सचिव को इस बैठक में भेजने का निर्णय लिया। हालांकि शुरुआत में सचिव को बैठक में हिस्सा लेने की अनुमति भी दी गई लेकिन शीर्ष प्रशासन ने उन्हें पांच मिनट बाद ही वहां से चले जाने को कहा।
वहीं इस विद्यालय को लेकर समिति की सिफारिश है कि यह विद्यालय पांच साल का एकीकृत बीए-एम कार्यक्रम चलाए। सूत्रों ने बताया कि अकादमिक परिषद ने आयुर्वेद के लिए भी एक विद्यालय शुरू करने के प्रस्ताव को पारित कर दिया।