कोरोना महामारी से लड़ने के लिए JNU का बड़ा ऐलान, सभी कर्मचारी प्रधानमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन करेंगे दान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 28, 2020 07:21 PM2020-03-28T19:21:34+5:302020-03-28T19:21:34+5:30
जेएनयू कुलपति एम जगदीश कुमार ने कहा कि आइए, हम सभी अपने देशव्यापी एकजुट प्रयास का हिस्सा बनें।
कोरोना संकट से लड़ने के लिए अब जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालाय ने बड़ा कदम उठाया है। JNU ने नियमित शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के एक दिन का वेतन को स्वेच्छा से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में योगदान करने का फैसला किया है। जेएनयू कुलपति एम जगदीश कुमार ने कहा कि आइए, हम सभी अपने देशव्यापी एकजुट प्रयास का हिस्सा बनें।
देश भर में कोरोना वायरस के मामलों के लगातार बढ़ रहे हैं और इनकी संख्या 900 के पार पहुंचने के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि सरकार का ध्यान उन क्षेत्रों पर है जहां इनके मामले ज्यादा सामने आए हैं और इसके साथ ही संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बीते 24 घंटों में दो मौत सहित 149 नये मामले सामने आए।
JNU has decided to voluntarily contribute one day salary of regular teaching&non-teaching employees for the month of April to Prime Minister's National Relief Fund. Let us all be part of our nationwide united effort against #COVID19: JNU Vice-Chancellor M. Jagadesh Kumar pic.twitter.com/h7D0kuDGX8
— ANI (@ANI) March 28, 2020
देश में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर एक मीडिया ब्रीफिंग में उन्होंने कहा कि सामाजिक मेल मिलाप को कम करने तथा बंद को 100 फीसदी सुनिश्चित करने के लिये संयुक्त प्रयास किये जा रहे हैं। मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना वायरस के मामले शनिवार को बढ़कर 918 हो गए जबकि मृतकों का आंकड़ा 19 है।
अग्रवाल ने कहा कि सरकार उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहां इस बीमारी के अत्यधिक मामले सामने आए हैं। साथ ही राज्यों के साथ, संक्रमित व्यक्तियों के संपर्कों का पता लगाने, सामुदायिक निगरानी और इस बीमारी की रोकथाम की रणनीति के कड़ाई से कार्यान्वयन के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर राज्य में कोविड-19 के लिए अस्पतालों की स्थापना पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है और खास तौर पर कोविड-19 के लिए अस्पताल और खंड तैयार कर पर जोर दिया जा रहा है।