झारखंडः साहिबगंज में सामूहिक दुष्कर्म के दौरान नाबालिग की मौत, चार लड़कों ने दिया घटना को अंजाम, लड़की थी कोरोना संक्रमित
By एस पी सिन्हा | Published: October 16, 2020 10:06 PM2020-10-16T22:06:08+5:302020-10-16T22:06:08+5:30
आरोपियों से पुलिस की पूछताछ के बाद सामने आई है. रांगा थाना क्षेत्र के लखीपुर गांव में 14 वर्षीया नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि पुलिस ने की है.
रांचीः झारखंड के साहिबगंज जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक नाबालिग लड़की की मौत सामूहिक दुष्कर्म के दौरान ही हो गई थी.
गांव में नहर किनारे अरहर की झाड़ी में एक-एक कर चार लड़कों ने दुष्कर्म किया. तीसरे लड़के के दुष्कर्म के बाद वह बेहोश हो गई. उसके बाद भी एक अन्य लड़के ने दुष्कर्म किया. अंतत: लड़की ने दम तोड़ दिया. यह बात गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस की पूछताछ के बाद सामने आई है. रांगा थाना क्षेत्र के लखीपुर गांव में 14 वर्षीया नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि पुलिस ने की है.
एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि दुष्कर्म के क्रम में ही किशोरी की मौत हो गई, जिसके बाद आरोपितों ने शव लाकर उसके घर के समीप रख दिया और फरार हो गए. पकडे़ गए चारों किशोर ने घटना में अपनी संलिप्ता स्वीकार कर ली है. हालांकि, अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है. वह कोरोना संक्रमित भी थी.
उन्होंने बताया कि मृतका की सहेली व इस घटना का एकमात्र चश्मदीद ने भी पुलिस को घटना की जानकारी दी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक शाम करीब 5.30 बजे घटनास्थल के पास स्थित मैदान में फुटबॉल खेलने के बाद चार लडके बैठकर मोबाइल देख रहे थे. इसी दौरान इन लड़कों की नजर नहर किनारे घूमती दोनों लड़कियों पर पड़ी, चारों लड़के ने एक और लड़के को वहां बुलाया.
उसके बाद चारों लड़के दो लड़की के पास पहुंच कर बातचीत के माध्यम से दोस्ती करने का प्रयास किया. इसी क्रम में एक लड़का सहेली की दीदी से परिचित होने का भी हवाला दिया. इसके बाद एक लड़की से छेड़छाड़ करने लगे. तबतक अंधेरा हो चुका था. उन लड़कों ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म करना शुरू कर दिया. दुष्कर्म के क्रम में वह बेहोश जाने के बाद भी चौथे लड़के ने जोर-जबर्दस्ती की. कुछ ही देर में लड़की ने दम तोड़ दी.
बताया जाता है कि लडकी की मौत के बाद उन लडकों ने रात के अंधेरे में शव को नहर किनारे से उठाकर मृतका के घर से कुछ दूर पर स्थित एक अर्द्धनिर्मित मकान के छज्जे पर लाकर रखा दिया. ऐसा करने के पीछे उन लडकों का मकसद घटना को दूसरा रंग देने का रहा होगा. सुबह किशोरी की छोटी बहन ने शव देखा. उसने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी. माता-पिता वहां पहुंचे और शव उठाकर ले गए. कुछ ग्रामीणों ने उसके माता-पिता को कहा कि पुलिस को इसकी सूचना देने से वे फंस सकते हैं.
इस वजह से सभी ने मिलकर शव दफना दिया. वहीं चार नाबालिगों को पुलिस ने घटना के दो दिन बाद देर रात ही पकड़ लिया था. इधर, इस घटना में शामिल पांचवें आरोपी को भी पुलिस ने पकड लिया है. पीड़िता के घरवालों ने रीति-रिवाज के अनुसार शव को दफना दिया था.
बाद में शव को कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच धनबाद भेज गया. पीडिता के शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं. नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में पांचों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपी 15-16 साल के हैं. पुलिस सभी आरोपियों को दुमका स्थित बाल सुधार गृह भेजेगी.