धनबाद में कोरोना बम, संक्रमित मां की अर्थी को कंधा देने वाले पांच बेटों की कोविड-19 से मौत, 15 दिनों में ही छठे सदस्य की गई जान
By एस पी सिन्हा | Published: July 21, 2020 03:25 PM2020-07-21T15:25:46+5:302020-07-21T15:25:46+5:30
संक्रमित मां की अर्थी को कंधा देने वाले पांच बेटों की एक के बाद एक मौत हो गई. 15 दिनों में ही इस परिवार के छठे सदस्य की मौत हो गई. मृतक महिला के एक और बेटे की की हालत नाजुक बनी हुई है. इसके अलावा परिवार के कई अन्य सदस्यों की भी स्थिति नाजुक बताई जा रही है.
धनबादः झारखंड के धनबाद जिले के कतरास में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोरोना मौत का तांडव कर रहा है. कोरोना ने एक ही परिवार के छह लोगों की जान ले ली है.
संक्रमित मां की अर्थी को कंधा देने वाले पांच बेटों की एक के बाद एक मौत हो गई. 15 दिनों में ही इस परिवार के छठे सदस्य की मौत हो गई. मृतक महिला के एक और बेटे की की हालत नाजुक बनी हुई है. इसके अलावा परिवार के कई अन्य सदस्यों की भी स्थिति नाजुक बताई जा रही है. भारत में अपने तरह की यह इकलौती ऐसी मनहूस घटना है, जिसमें कोरोना से एक परिवार में छह लोगों की मौत हो गई है.
झारखंड में एक पखवाड़े के अंदर कोरोना ने एक हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया है. मौत- दर- मौत से कतरास के रानी बाजार मरघटी सन्नाटा पसरा हुआ है. कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. धनबाद में कतरास के चौधरी परिवार की सबसे बुजुर्ग महिला 27 जून को एक शादी समारोह में शामिल होने दिल्ली गई थीं.
जब 89 साल की वृद्ध महिला की तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल में पता चला महिला कोरोना संक्रमित हैं
वहां से लौटने के बाद जब 89 साल की वृद्ध महिला की तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल में पता चला महिला कोरोना संक्रमित हैं. इलाज के बाद भी महिला को नहीं बचाया जा सका और 4 जुलाई को उनकी मौत हो गई. इसके बाद दो बेटे संक्रमित पाए गए और इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई.
फिर महिला के दो और बेटे बीमार पड़ गए. उन्होंने भी दम तोड दिया. 16 दिन में परिवार में अब सोमवार ती रात छठी मौत भी हो गई है. इसी के साथ कोरोना वायरस के संक्रमण से एक बुजुर्ग महिला और उसके पांच बेटों की मौत हो गई है.
जानकारों का कहना है कि कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करना काल साबित हुआ. एक पखवाड़ा में इस परिवार में मां और उसके 5 बेटों की मौत हो चुकी है. चौधरी परिवार कतरास का सुखी-संपन्न परिवार है. कतरास के अग्रणी परिवारों में गिनती होती है.
धनबाद के साथ ही दिल्ली और छत्तीसगढ़ के रायपुर में कोरोबार है
धनबाद के साथ ही दिल्ली और छत्तीसगढ़ के रायपुर में कोरोबार है. लेकिन कोरोना के आगे पूरी तरह लाचार है. जिस वृद्ध महिला की सबसे पहले मौत हुई वो दिल्ली में रह रहे अपने पोते की शादी में शामिल होने के लिए गई थी. परिवार से सबसे बड़ी गलती यह हुई कि कोरोना से मौत के बाद आईसीएमआर के दिशा-निर्देशों की जगह सामान्य तरीके से अंतिम संस्कार किया गया.
जिससे दूसरों में भी संक्रमण फैल गया. इसके बाद एक-एक कर सभी छह लोगों ने दम तोड़ दिया. हालांकि अभी खतरा पूरी तरह से टला नहीं है. अभी भी परिवार के सदस्यों की स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है. इस तरह से कोरोना के कहर ने पूरे परिवार को तबाह कर दिया है.