झारखंड मॉब लिंचिंगः 30 की उम्र से कम हैं तबरेज को पीटने वाले अधिकांश आरोपी, मजदूरी से करते हैं गुजारा
By आदित्य द्विवेदी | Published: June 27, 2019 02:00 PM2019-06-27T14:00:08+5:302019-06-27T14:00:08+5:30
18 जून को भीड़ ने तबरेज अंसारी को चोरी के आरोप में पकड़ा और पिटाई की। उससे जबरदस्ती 'जय श्री राम' के नारे लगाए लगवाए। 22 जून को झारखंड अस्पताल में तबरेज की मौत हो गई।
दैनिक मजदूरी से लेकर बेरोजगार तक। रेलवे के गैंगमैन से लेकर किसान तक। ये वो 11 लोग हैं जिन्हें झारखंड में तबरेज अंसारी की मॉब लिंचिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 18 जून को भीड़ ने तबरेज अंसारी को चोरी के आरोप में पकड़ा और पिटाई की। उससे जबरदस्ती 'जय श्री राम' के नारे लगाए लगवाए। 22 जून को झारखंड अस्पताल में तबरेज की मौत हो गई।
23 जून को पुलिस ने धतकीडीह गांव के 11 लोगों को गिरफ्तार किया है और दो पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट बताया है कि गिरफ्तार 11 लोगों में सिर्फ पांच लोग 10वीं पास हैं। इनमें अधिकांश मजदूरी करते हैं या वो हैं जिन्हें काम की तलाश है।
मॉब लिंचिंग के आरोप में इन लोगों की गिरफ्तारी
1. सुमंत महतो (24 साल)
2. प्रेमचंद महली (21 साल)
3. सोनाराम महली (31 साल)
4. सत्यनारायण नायक (55 साल)
5. मदन नायक (30 साल)
6. भीम मंडल (45 साल)
7. महेश महली (28 साल)
8. सोनमू प्रधान (23 साल)
9. चामू नायक (40 साल)
10. कमल महतो (48 साल)
11. प्रकाश उर्फ पप्पू मंडल (28 साल)
पुलिस ने बताया कि तबरेज अंसारी की मौत के मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है जिसे जमशेदपुर के टाटा मेन हॉस्पिटल में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने बताया कि घटना के संबंध में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। वे खरसावां और सिनी पुलिस थानों के प्रभारी अधिकारी थे।
सरायकेला खरसावां के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्तिक एस ने कहा कि 17 जून को अंसारी और दो अन्य चोरी की मंशा से रात को सरायकेला गांव के एक घर में घुसे। हालांकि, घर में रहने वाले लोग जाग गए और चिल्लाने लगे जिसके बाद गांव वालों ने अंसारी को पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट की जबकि उसके साथी फरार हो गए। एसपी ने संवाददाताओं से कहा कि अंसारी के पास से कुछ बेशकीमती सामान बरामद हुए, जो उसने और उसके साथियों ने अन्य गांवों से कथित तौर पर चुराये थे।
पुलिस सुबह मौके पर पहुंची और गांववालों की शिकायत के आधार पर अंसारी को जेल ले गई। इससे पहले उसे प्राथमिक उपचार दिया गया। एसपी ने बताया कि हालांकि, जेल में उसी दिन उसकी हालत बिगड़ने पर उसे सदर अस्पताल ले जाया गया जहां मालूम हुआ कि उसे बहुत चोटें आईं हैं। अंसारी को बाद में जमशेदपुर के टाटा मेन अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले पुलिस ने कहा कि अंसारी को रात में एक खंभे से बांधकर लाठियों से पिटाई की गई।