झारखंड विधान सभा में JPSC, बिजली और बेरोजगारी के मुद्दे हंगामा, अध्यक्ष के आदेश पर भाजपा और माले विधायक को किया गया बाहर
By एस पी सिन्हा | Published: December 17, 2021 05:55 PM2021-12-17T17:55:19+5:302021-12-17T17:56:40+5:30
भाजपा विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को बिठाने का मार्शलों को आदेश दिया. लेकिन नहीं माने जाने पर उन्हें मार्शल आउट करा दिया गया.
रांचीः झारखंड विधान सभा के शीतकालीन सत्र के आज दूसरे दिन जेपीएससी पीटी, बिजली और बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया. भाजपा विधायक आसन के समक्ष पहुंच गए. इस दौरान आसन के समक्ष नारेबाजी किये जाने से विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो नाराज हो गए.
उन्होंने भाजपा विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को बिठाने का मार्शलों को आदेश दिया. लेकिन नहीं माने जाने पर उन्हें मार्शल आउट करा दिया गया. सदन में भाजपा विधायकों के द्वारा लगातार हंगामा किये जाने से नाराज विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ’नंगा विरोध मत कीजिये.’ वहीं भाजपा विधायकों की मांग है कि जेपीएससी के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी को सरकार बर्खास्त करे.
इससे पहले भाजपा विधायक धरने पर बैठे थे और सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. विपक्षी भाजपा के विधायक जेपीएससी की पीटी परीक्षा में हुई धांधली की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. वह पंचायत सचिव और हाईस्कूलों में रिक्त पीआरटीसी पर नियुक्ति की भी मांग कर रहे हैं. साथ ही पोषण सखी के 8 माह के वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं.
वहीं, भाकपा-माले के विधायक विनोद सिंह भी यही मांग करते दिखे. विनोद कुमार सिंह ने कार्य स्थगन प्रस्ताव पेश किया, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने नामंजूर कर दिया. वहीं विधायकों के रवैया पर विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र महतो ने नाराजगी जताई. सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही बिजली और बेरोजगारी का मुद्दा भी छाया रहा.
पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही ने जेपीएससी में धांधली का मुद्दा उठाते हुए कहा कि परीक्षा में भारी गड़बड़ी हुई है, इसलिए पीटी परीक्षा को तुरंत रद्द कर सीबीआई को जांच के लिए सौंपना चाहिए. विधायकों की यह भी मांग है कि कोडरमा और हजारीबाग जिले डीवीसी द्वारा 24 घंटे बिजली मिले. साथ ही साथ डीवीसी द्वारा लोड सेडिंग भी बंद करने की मांग की गई.
सदन में भाजपा विधायकों के शोर-शराबे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने विधानसभा की कार्यवाही पहले दोपहर 12:15 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. लेकिन भाजपा के विधायक अपनी मांगों पर अडे़ रहे. विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी सदस्यों से मर्यादा पूर्ण व्यवहार की अपेक्षा है.
उन्होंने सदस्यों से शांतिपूर्वक सदन में अपनी बात रखने का अनुरोध किया. बावजूद इसके विपक्षी विधायकों के द्वारा हंगामा जारी रखे जाने के कारण विधानसभा में 2926 करोड़ का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने यह अनुपूरक बजट पेश किया. भाजपा विधायकों के द्वारा लगातार हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही को विधानसभा अध्यक्ष ने सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया. यहां बता दें कि इस बार भी जेपीएससी परीक्षा विवादों के घेरे में आ गई है.
कई ऐसे अभ्यर्थी पास कर दिए गए, जिनका ओएमआर शीट भी आयोग के पास उपलब्ध नहीं था. जब परीक्षार्थियों और राजनीतिक दलों ने इस मुद्दे पर हंगामा शुरू किया तो आयोग ने इनमें से कई अभ्यर्थियों को फेल कर घोषित कर दिया. विपक्षी भाजपा विधायकों के हंगामे के बाद स्थगित कर दी गई.