झारखंड: विधायक खरीद-फरोख्त मामले में महाराष्ट्र के छह नेताओं को नोटिस भेजने की तैयारी, शराब के धंधे को लेकर भी होगी पूछताछ
By एस पी सिन्हा | Published: July 29, 2021 07:52 PM2021-07-29T19:52:10+5:302021-07-29T20:05:37+5:30
झारखंड में विधायकों की खरीद-फरोख्त तथा सरकार गिराने की साजिश मामले में रांची पुलिस जेल भेजे गए तीन आरोपितों की स्वीकारोक्ति में सामने आए साजिशकर्ताओं के नामों पर साक्ष्य जुटाने में जुट गई है।
रांचीःझारखंड में विधायकों की खरीद-फरोख्त तथा सरकार गिराने की साजिश मामले में रांची पुलिस जेल भेजे गए तीन आरोपितों की स्वीकारोक्ति में सामने आए साजिशकर्ताओं के नामों पर साक्ष्य जुटाने में जुट गई है। जेल भेजे गये आरोपितों के बयान के आधार पर महाराष्ट्र के छह नेताओं को नोटिस भेजने की तैयारी की गई है। एक-दो दिनों में उन्हें नोटिस भेज दिया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र के भाजपा नेता चंद्रशेखर राव बावनकुले और चरण सिंह के अलावा होटल लीलैक में ठहरने वाले जय कुमार बेलखेडे़, मोहित भारतीय, आशुतोष ठक्कर, अमित कुमार यादव को नोटिस भेजा जा रहा है। पुलिस रजिस्टर्ड डाक से इन्हें नोटिस भेजकर तामील कराएगी, जिससे निर्धारित समय में नोटिस का जवाब नहीं आने पर बिना पक्ष के ही अभियुक्त बनाए जाएंगे। वहीं, इस मामले में सीसीटीवी फुटेज, होटलों में जाने और ठहरने के रिकॉर्ड व हवाई यात्रा की टिकट के पीएनआर नंबरों के आधार पर केस में अभियुक्तों के नाम जुडेंगे।
इस मामले में कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने शराब माफिया पर बदनाम करने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र की देवेंद्र फड़नवीस सरकार में चंद्रशेखर राव बावनकुले आबकारी मंत्री रहे हैं। ऐसे में संभव है कि झारखंड में शराब के ठेके को लेकर भी लोगों में बात हुई हो। ऐसे में पुलिस इन पहलुओं पर भी जांच करेगी। रांची पुलिस महाराष्ट्र के छह लोगों के बयान लेगी। इसके लिए रांची पुलिस की टीम मुंबई में कैंप कर रही है। महाराष्ट्र में दोनों नेताओं के अलावा एनएसजी के पूर्व सहायक कमांडर जयकुमार बेलखेडे, भाजपा नेता मोहित भारतीय, अविनाश ठक्कर, अनिल जाधव से भी पुलिस पूछताछ करेगी।
तकनीकी साक्ष्य जुटाने में लगी पुलिस
इस मामले में तकनीकी साक्ष्य भी जुटाए जा रहे हैं। दिल्ली के होटल विवांता में झारखंड के तीन विधायकों इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला और अमित यादव की मौजूदगी, उनकी महाराष्ट्र के नेताओं चंद्रशेखर राव बावनकुले, चरण सिंह के साथ बैठक की सीसीटीवी फुटेज आने के बाद पुलिस अब तकनीकी साक्ष्य जुटा रही है। संदेह में आये सारे लोगों की दिल्ली में मौजूदगी दिखाने के लिए उनके कॉल डंप निकाले जा रहे हैं। कॉल डंप से यह साबित करने की कोशिश होगी कि सभी की मौजूदगी एक साथ थी।
सप्ताह भर में सामने आ जाएगी सच्चाई!
इस बीच झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा है कि सरकार गिराने की साजिश के मामले में जो बातें सामने आई है, उसमें इत्तेफाकन भाजपा ने बवंडर खड़ा करने का काम किया है। हमने विधायकों को निर्दोष बताने को लेकर किसी भी तथ्यों की अनदेखी नहीं की है। हमने सब की बातों को सुना है। प्रारंभिक जांच में हमने यह पाया है कि कांग्रेस के विधायक निर्दोष हैं। जांच के बाद एक सप्ताह के अंदर सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।