झारखंड: हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को लेकर कहा- चूहे को चुहेदान में डालकर छोड़ेंगे छत्तीसगढ़ में
By एस पी सिन्हा | Published: September 12, 2019 07:52 PM2019-09-12T19:52:40+5:302019-09-12T19:52:40+5:30
झारखंड के पूर्व सीएम और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री रघुवर दास के लिए 'चूहा' शब्द का इस्तेमाल किया।
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 नजदीक है. इसे लेकर सभी दलों ने तैयारियां शुरु कर दी हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भी पूरी तरह कमर कस ली है. इस कड़ी में बोल भी बिगड़ने लगे हैं. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास को चूहा तक कह दिया. दरअसल, पूर्व में सत्ता सुख भोग चुके कई दलों का जनाधार हाल के वर्षों में भले ही सिमट गया हो, लेकिन चुनावी जंग जीत लेने की दावेदारी में कहीं कोई कमी नहीं है. सभी दलों के अपने-अपने दावे हैं और जंग जीत लेने का आधार भी.
इसे साबित करने की कड़ी में संबंधित दल शक्ति प्रदर्शन में जुट गए हैं. बूथ स्तरीय सम्मेलन से लेकर रैली और महाधिवेशन का दौर शुरू हो चुका है. घोषणाओं के पिटारे भी खुलने लगे हैं. लेकिन झारखंड में सत्ता मिली नहीं और मुख्यमंत्री पद की दोवदारी पहले ही शुरू हो गई है. भाजपा के विरोधियों में आपसी खींचतान का आलम यह है कि विपक्षी महागठबंधन में नेता को लेकर रार छिड गई है. बहस-मुबाहिसे का हाल ऐसा कि झामुमो और कांग्रेस दोनों तरफ से तलवारें खीचीं हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा जहां अपने नेता, पूर्व मुख्यमंत्री और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को सर्वमान्य बताकर उनके चेहरे पर महागठबंधन के चुनाव लड़ने की बात कह रहा है.
वहीं कांग्रेस झामुमो को झटके देने की कोशिश में हेमंत को महागठबंधन का नेता मानने से साफ इन्कार कर रही है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन में नेता पर सहमति नहीं होने का संकेत दिया है. जबकि झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन खुद को विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन के नेता के तौर पर प्रस्तुत करते रहे हैं.
यहां बता दें कि इससे पहले भी रामेश्वर उरांव ने उनकी दावेदारी खारिज कर दी थी. तब झामुमो ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के जमाने की एक चिट्ठी का हवाला देते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव के समय ही कांग्रेस ने लिखित प्रस्ताव जारी कर कहा था कि महागठबंधन की पार्टियां यथा कांग्रेस, झामुमो, झाविमो और राजद विधानसभा चुनाव हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़ेंगी.
वहीं, झामुमो की बदलाव यात्रा के क्रम में हेमंत सोरेन केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की रघुवर सरकार को जमकर हमला बोल रहे हैं. वह कहते हैं कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार सूदखोरों की सरकार है. उन्होंने कहा है कि जल, जमीन और जंगल को सरकार लूटने का काम कर रही है. हेमंत सोरेन ने कहा भाजपा सरकार से पूरा देश त्राहिमाम है. उन्होंने कहा है कि झारखंड के शहीदों और आंदोलनकारियों के मान-सम्मान से रघुवर सरकार खेल रही है.
हेमंत सोरेन ने भाजपा के घर-घर रघुवर के स्लोगन को लेकर कहा कि 'घर-घर रघुवर का मतलब है घर-घर चूहा' और चूहे को चूहे दान में डालकर छत्तीसगढ में छोड़ कर आएंगे तभी हमारा झारखंड बचेगा. हेमंत सोरेन कहते हैं कि बदलाव यात्रा सत्ता बदलने के लिए नहीं बल्कि झारखंड के जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए निकाली गई है. उन्होंने कहा कि देश और राज्य को बचाना है तो भाजपा को भगाना जरूरी है. हेमंत सोरन ने भाजपा को झूठ बोलने में डिग्री हासिल करने वाली पार्टी बताया है. इसतरह झारखंड में शक्ति प्रदर्शन का दौर जारी है. लेकिन महागठबंधन में अभी एका की कोई तस्वीर सामने नही आ पा रही है.