झारखंड: असेंबली इलेक्शन से पहले JDU को बड़ा झटका, JMM के आवेदन पर चुनाव चिन्ह फ्रीज
By एस पी सिन्हा | Published: August 25, 2019 08:19 PM2019-08-25T20:19:11+5:302019-08-25T20:25:45+5:30
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का चुनाव चिन्ह फ्रीज कर दिया. लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में झामुमो के चुनाव चिन्ह तीर-धनुष को भी आयोग ने फ्रीज कर दिया था. इस बार झामुमो ने झारखंड में जदयू के चुनाव चिह्न पर रोक लगाने के लिए आयोग का दरवाजा खटखटाया था.
झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीनों का समय बाकी है. ऐसे में राज्य में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी जमीन तलाश रहे हैं. इन सबके बीच झारखंड में जदयू को एक बड़ा झटका लगा है. जिसमें चुनाव आयोग ने झारखंड विधानसभा चुनाव में जदयू के चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर दिया है.
बताया जा रहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की ओर से की गई मांग पर चुनाव आयोग ने यह फैसला सुनाया है. झामुमो की मांग पर हुए इस फैसले के बाद अब झारखंड में जदयू अपने वर्तमान चुनाव चिन्ह के साथ कोई चुनाव नहीं लड़ सकता है.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह जानकारी देते हुए कहा कि झामुमो के लिए यह एक बड़ी जीत है. भट्टाचार्य ने कहा कि लगता है कि एक सोची-समझी साजिश के तहत भाजपा ऐसा कर रही थी. भाजपा जानती है कि झामुमो को रोकना है तो जदयू के साथ मिलकर साजिश करें. जदयू के चुनाव चिह्न तीर से प्रत्याशी उतारें ताकि झामुमो के लोगों में तीर-धनुष को लेकर भ्रम हो.
उन्होंने कहा कि झामुमो समझ चुका है कि राज्य के बाहर के नेताओं को लाकर यहां स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है. इससे उनका मंसूबा पूरा नहीं होगा. 26 अगस्त से बदलाव यात्रा निकाली जायेगी. इसमें हेमंत सोरेन शामिल होंगे.
यहां उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में झामुमो के चुनाव चिन्ह तीर-धनुष को भी चुनाव आयोग ने फ्रीज कर दिया था. इसके बाद अब झामुमो ने झारखंड में जदयू के चुनाव चिह्न पर रोक लगाने के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था. झामुमो ने झारखंड में किसी दूसरी पार्टी को तीर चुनाव चिह्न दिये जाने पर आपत्ति दर्ज की थी. झामुमो के इस आग्रह को चुनाव आयोग ने स्वीकार कर लिया है.
वहीं, झारखंड जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कहा है कि जदयू का सिम्बल फ्रीज होने से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन झामुमो के तीर धनुष को लेकर हम चुनाव आयोग में आवेदन देंगे. सालखन मुर्मू ने कहा है कि चुनाव आयोग से हम झामुमो के पार्टी सिम्बल को फ्रिज करने के लिए आवेदन करेंगे क्योंकि तीर धनुष आदिवासियों की सभ्यता संस्कृति से जुड़ा हुआ है. झामुमो को उसी का फायदा मिलेगा सिर्फ तीर धनुष सिम्बल ही उसकी पहचान है.
उन्होंने कहा कि झामुमो ने यहां की जनता को सिर्फ ठगा है. उनके पास और कुछ भी नहीं है. खुद शिबू सोरेन चुनाव हार गए और साथ हीं साढ़े तीन करोड़ में राज्य को बेचने का काम कौन किया, ये सभी जानते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा से हमें कोई लेना देना नहीं. हम दोनों की सोच अलग है. हम बिहार में शराब की दुकान बंद करते हैं, यहां शराब की दुकान सरकार खोल रही है. हम बिहार में पारा शिक्षक को 31 हजार रुपये वेतन देते हैं, यहां सरकार लाठी से पीटती है.