झारखंड: CRPF जवानों ने नक्सल प्रभावित इलाके में प्रसव पीड़ा से कराहती महिला को 6 किमी. कंधे पर ढोकर पहुंचाया अस्पताल
By भाषा | Published: January 22, 2020 12:48 AM2020-01-22T00:48:48+5:302020-01-22T00:48:48+5:30
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि अर्द्धसैनिक बल की 85 वीं बटालियन का दल जिले के पदेड़ा गांव के करीब नक्सल विरोधी अभियान में था। अभियान के दौरान जब एक स्कूली छात्र ने एक गर्भवती महिला के संबंध में जानकारी दी तब दल का कंपनी कमांडर गांव के गायतापारा स्थित महिला के मकान में पहुंचा।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने प्रसव पीड़ा से कराहती एक आदिवासी महिला को चारपाई पर बैठाकर छह किलोमीटर पैदल सफर करते हुए अस्पताल पहुंचाया।
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि अर्द्धसैनिक बल की 85 वीं बटालियन का दल जिले के पदेड़ा गांव के करीब नक्सल विरोधी अभियान में था। अभियान के दौरान जब एक स्कूली छात्र ने एक गर्भवती महिला के संबंध में जानकारी दी तब दल का कंपनी कमांडर गांव के गायतापारा स्थित महिला के मकान में पहुंचा।
कमांडर के साथ प्राथमिक उपचार करने वाला दल भी था। दल को जब सूचना मिली कि महिला प्रसव पीड़ा से कराह रही है तब उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश शुरू की गई।
अधिकारियों ने बताया कि पदेड़ा गांव घने जंगल और पहाड़ के बीच स्थित है इसलिए वहां एंबुलेंस का पहुंचना मुश्किल है। तब सुरक्षा बल ने बगैर देरी किए लंबे बांस से एक खाट को लटकाया और उसमें महिला को बिठा दिया गया।
सीआरपीएफ के जवानों ने महिला को जल्द चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए अपने कंधे पर खाट लेकर लगभग छह किलोमीटर का रास्ता तय किया।
उन्होंने बताया कि जब बल के जवान वाहन चलने योग्य रास्ते में पहुंचे तब एंबुलेंस की व्यवस्था की गई तथा महिला को जिला अस्पताल भेजा गया।
सीआरपीएफ की सहायता के कारण महिला का समय पर इलाज को सका। छत्तीसगढ़ के इस धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नक्सलियों ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है। सीआरपीएफ की 85 वीं बटालियन बीजापुर गंगालूर मार्ग पर तैनात है तथा लगातार नक्सल विरोधी अभियान पर है।