झारखंड में फिर चुनावः सीएम हेमंत सोरेन ने छोड़ी सीट
By एस पी सिन्हा | Published: January 6, 2020 05:01 PM2020-01-06T17:01:42+5:302020-01-06T17:01:42+5:30
Jharkhand: सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के रविंद्र नाथ महतो के स्पीकर चुने जाने की खबरें जोर पकड़ रही हैं. आज विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए झामुमो के विधायक रविंद्र नाथ ने नामांकन पत्र दाखिल किया है.
झारखंड की पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो गया. यह सत्र तीन दिनों के लिए बुलाया गया है. राज्य के नवनिर्वाचित विधायकों ने आज पहले दिन शपथ लिया. प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी उन्हें शपथ दिलाया. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बरहेट सीट से सबसे पहले विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली है. ऐसे में हेमंत अब दुमका सीट छोड़ेंगे.
मुख्यमंत्री इस बार दो सीटों बरहेट और दुमका से जीतकर आए हैं. इधर सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के रविंद्र नाथ महतो के स्पीकर चुने जाने की खबरें जोर पकड़ रही हैं. आज विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए झामुमो के विधायक रविंद्र नाथ ने नामांकन पत्र दाखिल किया है. उनके निर्विरोध स्पीकर चुने जाने की संभावना प्रबल है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत झारखंड की पांचवीं विधानसभा के 78 विधायकों ने शपथ ली है. 81 में से एक सीट पर प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी, दूसरी सीट दुमका पर सीएम हेमंत सोरेन और तीसरी सीट पर समीर मोहंती शपथ ग्रहण नहीं कर सके.
बताया गया है कि समीर मोहंती पर वारंट निर्गत होने के कारण वे गिरफ्तारी से बचने की जुगत में विधानसभा की सदस्यता लेने नहीं पहुंचे. शपथ ग्रहण के दौरान भाजपा के विधायक अनंत ओझा ने संस्कृत में शपथ लेकर खूब सुर्खियां बटोरीं.
इधर अनंत ओझा ने संस्कृत में विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, सुदेश महतो, चंपई सोरेन, रणधीर सिंह, अमित यादव, अमित मंडल, प्रदीप यादव, उमाश्ंकर अकेला, कमलेश सिंह, राजेंद्र सिंह समेत कई विधायकों ने सत्र के पहले दिन शपथ ले ली है.
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि मंत्रिमंडल का गठन जल्द होगा. बरहेट विधानसभा क्षेत्र के सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री ने सदन के नये सदस्यों को शुभकामनाएं दीं. यह पूछे जाने पर कि एंग्लो इंडियन सदस्य की नियुक्ति कब होगी?
मुख्यमंत्री ने कहा कि समय आने पर इस पर फैसला होगा.
हेमंत सोरेन आज सदन की सदस्यता की शपथ लेने के बाद विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि झामुमो के विधायक रवींद्र नाथ महतो ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है. उनके विरुद्ध अब तक किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया है. इससे स्पष्ट है कि झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के स्पीकर पद के उम्मीदवार श्री महतो का इस पद पर चुना जाना तय है.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सरकार अपने काम में लग जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी, विधायक पूरे उत्साह से काम करेंगे और सदन की गरिमा को कायम रखेंगे. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वह बरहेट से ही विधायक रहेंगे. दुमका में फिर से चुनाव होंगे और उन्होंने उम्मीद जतायी कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार को फिर से यहां जीत मिलेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने दो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटों पर जीता. बरहेट और दुमका दोनों विधानसभा क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद मुझे प्राप्त हुआ. नियम के मुताबिक, मुझे एक सीट से त्याग पत्र देना था. मैंने बरहेट को अपनी कर्मभूमि के रूप में चुना है. आशा और भरोसा है कि दुमका विधानसभा सीट से हमारा उम्मीदवार दोबारा जीतेगा.
उन्होंने विश्व के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में गिने जाने वाले दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में हिंसा पर चिंता जतायी. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि शैक्षणिक संस्थान बंद हैं. सरकार की नीतियों के खिलाफ लोग सड़क पर उतर रहे हैं. यह बेहद दुखद है. यह पूछे जाने पर कि मंत्रिमंडल का गठन कब होगा. सोरेन ने कहा कि जल्दी ही होगा. एंग्लो इंडियन सदस्य के प्रतिनिधत्व के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस विषय में वक्त आने पर कुछ भी बोलेंगे.