jharkhand by election 2020: बेरमो में शह और मात जारी, कांग्रेस के जयमंगल और भाजपा के बाटुल में टक्कर, आठ प्रत्याशी मैदान में
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 15, 2020 02:00 PM2020-10-15T14:00:05+5:302020-10-15T14:00:05+5:30
झारखंड में उपचुनावः दिसंबर, 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में योगेश्वर महतो को हराकर कांग्रेस के राजेन्द्र प्रसाद सिंह बेरमो से विधायक चुने गये थे लेकिन 75 वर्षीय सिंह की तबियत खराब होने के बाद 24 मई को उनका निधन हो गया था।
बोकारोः देश भर में 64 सीट पर उपचुनाव है। हालांकि झारखंड में भी दो विधानसभा सीट बेरमो और दुमका में चुनाव हो रहा है। यहां पर तीन नवंबर को मतदान होगा और 10 नवंबर को मतगणना की जाएगी।
दुमका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई मैदान में हैं। झारखंड में महागठबंधन सरकार है। झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद मिलकर सरकार चला रहे है। भाजपा अकेले है। 2019 चुनाव में भाजपा और आजसू ने गठजोड़ तोड़ लिया था। बोकारो में यही हालात है। यहां पर कांग्रेस और भाजपा में टक्कर है।
बोकारो उपचुनाव में आठ प्रत्याशी मैदान में हैं
बोकारो उपचुनाव में आठ प्रत्याशी मैदान में हैं। कांग्रेस के कुमार जयमंगल सिंह और भाजपा के योगेश्वर महतो बाटुल, बसपा के पूर्व मंत्री लालचन्द महतो, आरपीआई अंबेडकर पार्टी के कालेश्वर रविदास, भाकपा के बैद्यनाथ महतो के साथ ही निर्दलीय कैलाश चंद्र महतो, खिरोधर किस्कू और दिनेश कुमार मुंडा ने अपने नामांकनपत्र दाखिल किये।
भाजपा और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सामाजिक समीकरण जोर पर है। कांग्रेस सहानुभूति वोट की उम्मीद लगा रही है। कांग्रेस के राजेन्द्र प्रसाद सिंह बेरमो से विधायक चुने गये थे लेकिन 75 वर्षीय सिंह की तबियत खराब होने के बाद 24 मई को उनका निधन हो गया था। पार्टी ने राजेंद्र सिंह के बेटे कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह पर दांव खेला है।
दुमका में मुख्य मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और भाजपा के बीच
दुमका में मुख्य मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और भाजपा के बीच है। सीएम के भाई बसंत सोरेन और भाजपा के लुईस मरांडी में टक्कर है। दुमका से एक बार फिर पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी को टिकट दिया है वहीं बेरमो से भी पूर्व विधायक योगेश्वर महतो को पार्टी ने एक बार फिर प्रत्याशी बनाया है।
2014 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की डा. लुईस मरांडी ने दुमका सीट से झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को हराकर तहलका मचा दिया था और पुरस्कार स्वरूप रघुवर दास सरकार में वह पांच वर्ष कैबिनेट मंत्री रहीं। हालांकि दिसंबर, 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में डा. लुईस मरांडी हेमंत सोरेन से चुनाव हार गयीं। सोरेन ने बरहेट विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था और जीतने के बाद उन्होंने बरहेट को ही अपने लिए सुरक्षित मानते हुए वह सीट अपने पास रखी जबकि दुमका सीट से इस्तीफा दे दिया था जिससे वहां उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी है।
दुमका से राज्य की सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने हेमंत के छोटे भाई बसंत सोरेन को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसी प्रकार बेरमो में वर्ष 2005 और 2014 में भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गये योगेश्वर महतो को ही इस बार भी पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने दो दिनों पूर्व ही राजेन्द्र प्रसाद सिंह के बड़े पुत्र कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह को बेरमो से अपना उम्मीदवार बनाया है। इन दोनों ही सीटों पर मतगणना दस नवंबर को होगी।