झारखंड विधानसभाः मानसून सत्र का चौथा दिन भी हंगामें की भेंट चढ़ा
By एस पी सिन्हा | Published: July 19, 2018 03:45 PM2018-07-19T15:45:50+5:302018-07-19T15:45:50+5:30
सुखदेव भगत ने संबंधित पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग की। जवाब में संसदीय कार्य मंत्री नीलकंठ ने कहा कि बुधवार को पुलिस पर पथराव हुआ था। बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की गई थी उसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
रांची, 19 जुलाई: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र की कार्यवाही गुरुवार को चौथे दिन भी हंगामें के बीच ही शुरू हुई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। ये लोग बुधवार को यूथ कांग्रेस पर लाठीचार्ज का विरोध कर रहे थे। वहीं, जेवीएम और झामुमो के विधायकों ने भी इनका समर्थन किया।
सुखदेव भगत ने संबंधित पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग की। जवाब में संसदीय कार्य मंत्री नीलकंठ ने कहा कि बुधवार को पुलिस पर पथराव हुआ था। बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की गई थी उसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर ने कहा कि दोषी पदाधिकारी पर कार्रवाई हो और मामले की न्यायिक जांच हो। मुसलमान, इसाई और दलित पर हो रहे अत्याचार का हवाला देकर जेवीएम विधायक प्रदीप यादव ने कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया, जिसे स्पीकर ने खारिज कर दिया। सदन में हंगामा को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
सदन स्थगित होने के बाद भाजपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में जमकर नारेबाजी की। भाजपा ने विपक्षी दलों पर गलत लोगों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। कहा कि विपक्ष बलात्कारियों को संरक्षण दे रहा है। विदेशी फंड की मदद से विपक्ष जनता को लगातार दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है। हमेशा भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर सरकार को घेरने वाले विपक्ष पर सत्ता पक्ष के लोगों ने आदिवासियों की जमीन हडपने का आरोप लगाया।
वहीं, झारखंड के पाकुड जिले में स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले की जांच शुरू हो गई है। मामले की जांच करने के लिए आज संताल परगना के आयुक्त प्रदीप कुमार और डीआइजी राजकुमार लकडा पाकुड पहुंचे। उपायुक्त और डीआइजी ने परिसदन भवन में उपायुक्त दिलीप कुमार झा और एसपी शैलेंद्र प्रसाद बर्णवाल से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली।