झारखंड विधानसभा चुनाव: टिकट न मिलने से बागी मंत्री सरयू राय का ऐलान, CM रघुवर दास के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 17, 2019 03:50 PM2019-11-17T15:50:06+5:302019-11-17T15:50:06+5:30
इससे पहले झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर अबवतक घोषित किये गये 72 उम्मीदवारों की सूची में अपना नाम नहीं पाकर पार्टी के नेता सरयू राय ने कहा था कि वह टिकट की भीख नहीं मांग सकते।
झारखंड में टिकट न मिलने की वजह से बागी मंत्री सरयू राय ने मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। सरयू राय जमेशदपुर पूर्वी के साथ-साथ जमशेदपूर पश्चिमी से भी चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर अबवतक घोषित किये गये 72 उम्मीदवारों की सूची में अपना नाम नहीं पाकर पार्टी के नेता सरयू राय ने कहा था कि वह टिकट की भीख नहीं मांग सकते।
बता दें कि भाजपा ने राय समेत दस विधायकों को विधानसभा चुनाव के लिए फिर से टिकट नहीं दिया है। राय राज्य की भाजपा नीत राजग सरकार में नागरिक आपूर्ति, खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री हैं और वर्तमान विधानसभा में जमशेदपुर (पश्चिम) सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
हिंदुस्तान में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक आज (17 नवंबर) को सरयू ने कहा कि पूर्वी और पश्चिम दोनों विधान सभा क्षेत्रों से नामांकन भरेंगे। उन्होंने कहा कि जमशेदपूर पश्चिम में बहुत सारे विकास कार्य किये गए हैं। इसे लूटेरे के हाथ मे नहीं जाने देंगे।
मालूम हो कि भाजपा प्रत्याशियों की चौथी सूची में भी अपना नाम न पाकर बिफरे सरयू राय ने कहा था कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व को स्पष्ट कर दिया है कि अब उनके टिकट पर विचार करने की जरूरत नहीं है। पार्टी जिसे चाहे उनके बदले उतारे। उन्होंने कहा कि वे अब निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे।
बीजेपी ने शुक्रवार (15 नवंबर) को झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए 15 उम्मीदवारों की अपनी तीसरी सूची जारी की थी। इसे मिलाकर अब तक पार्टी ने 81 विधानसभा सीटों में 68 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर दिये हैं, लेकिन इस लिस्ट में भी वरिष्ठ नेता सरयू राय का नाम इस सूची में नदारद रहा। राय का नाम अभी तक नहीं घोषित किए जाने पर माना जा रहा है कि अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले राय को किनारे करने की कोशिश जोरों पर हैं। भाजपा ने इससे पूर्व पिछले सप्ताह 52 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी और 12 तारीख की देर रात सुखदेव भगत के नाम वाली दूसरी सूची जारी की।