Jharkhand Assembly Election 2019: बीजेपी ने 30 मौजूदा विधायकों को दिये टिकट, इन 10 MLA का कटा पत्ता
By नितिन अग्रवाल | Published: November 11, 2019 08:19 AM2019-11-11T08:19:24+5:302019-11-11T08:19:24+5:30
दिल्ली में आयोजित कोर कमेटी की बैठक के बाद भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की अगुवाई में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. जिसमें 52 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया. इसमें सबसे पहला नाम झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास का है,जो चक्र धरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे.
भाजपा ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की 81 सीटों में से 52 सीटों पर अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया. पार्टी ने 30 मौजूदा विधायकों पर भरोसा जताया है, जबकि 10 मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया गया है. भाजपा को अपने सहयोगियों आजसू और लोजपा के साथ भी सीटों का बंटवारा करना है. आजसू एक दर्जन से अधिक सीटें मांग रही है तो लोजपा 6 सीटें चाह रही है. इसको लेकर भाजपा नेताओं के साथ हुई बैठकों में उनकी सीटों के बंटवारे पर चर्चा हो चुकी है.
दिल्ली में आयोजित कोर कमेटी की बैठक के बाद भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की अगुवाई में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. जिसमें 52 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया. इसमें सबसे पहला नाम झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास का है,जो चक्र धरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने बताया कि पार्टी ने अभी तक 52 सीटों पर 13 युवाओं को उम्मीदवार बनाया है. इसके अलावा 5 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं. बता दें कि झारखंड विस चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान पहले ही हो चुका है.
इस बार 81 विस सीटों के लिए 5 चरणों में चुनाव होंगे, जबकि वोटों की गिनती 23 दिसंबर को होगी. राजद ने जारी की उम्मीदवारों की पहली लिस्ट राजद ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने आज 5 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की. राजद ने हुसैनाबाद सीट से संजय सिंह यादव, गोड्डा से संजय प्रसाद यादव, देवघर से सुरेश पासवान, चतरा से सत्यानंद भोक्ता और छतरपुर से विजय राम को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है. झारखंड में आगामी विस चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पर कांग्रेस प्रभारी को नोटिस झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आर.पी.एन. सिंह को चुनाव आयोग नोटिस भेजा है. उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए 48 घंटे का वक्त दिया गया है. यदि सिंह तय वक्त में नोटिस का जवाब देने में असमर्थ रहते हैं तो यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा. बता दें कि कांग्रेस के झारखंड प्रभारी सिंह ने झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के साथ 8 नवंबर को बिना आयोग की अनुमति के संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.
इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने झारखंड में महागठबंधन की स्थिति और चुनावों में सीट शेयरिंग फॉमूले की घोषणा की थी. झाविमो ने नौ नए चेहरों को मैदान में उतारा झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) ने पहले चरण के लिए नौ उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. पार्टी ने जिन सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, उसमें चतरा, बिशुनपुर, पांकी, डालटनगंज, विश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर शामिल हैं. इससे पहले पार्टी कार्यालय में केंद्रीय प्रवक्ता अशोक वर्मा और सुनीता सिंह ने उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए बताया कि अगले दो दिनों में पहले चरण के शेष सीटों गुमला, मनिका, लातेहार और लोहरदगा के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया जाएगा.
हमने कभी नहीं कहा कि महागठबंधन से अलग होंगे: मांझी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने आज कहा कि उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा कि उनकी पार्टी महागठबंधन से अलग होगी. मांझी ने हाल ही में प्रदेश में विपक्षी दलों के महागठबंधन से बाहर जाने के संकेत दिए थे. पार्टी के युवा प्रकोष्ठ की समीक्षा बैठक के बाद मांझी ने पत्रकारों से कहा कि हमलोग इसी शर्त पर एकसाथ आए थे कि महागठबंधन की समन्वय समिति का गठन किया जाएगा और जो भी निर्णय लिए जाएंगे इस समिति के माध्यम लिए जाएंगे. अगर इस समिति का गठन नहीं होगा तो हम उनके साथ नहीं रहेंगे.'' उन्होंने कहा कि 13 नवंबर को होने वाले महागठबंधन के महाधरना में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर तभी शामिल होगी, जब इस गठबंधन में समन्वय समिति का गठन होगा.