झारखंड: क्वारंटाइन सेंटर में तबलीगी जमात से जुड़ी तीन महिलाएं मिली गर्भवती, प्रशासन के उड़े होश
By एस पी सिन्हा | Published: July 23, 2020 03:02 PM2020-07-23T15:02:22+5:302020-07-23T15:02:45+5:30
रांची जिला प्रशासन ने तबलीगी जमात की इन 3 गर्भवती महिलाओं के मामले में जांच शुरू कर दी है. वहीं, इस मामले पर अफसरों ने चुप्पी साध ली है.
रांची:झारखंड की राजधानी रांची के खेलगांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में तबलीगी जमात की तीन विदेशी महिलाओं के गर्भवती होने की खबर ने सनसनी मचा दी है. इन महिलाओं के बीते दिन जेल से छूटने के बाद जो ताजा मेडिकल रिपोर्ट आया है, उसके मुताबिक ये तीनों महिलाएं खेलगांव क्वारंटाइन सेंटर में रहते हुए ही गर्भवती हुई हैं. रांची जिला उपायुक्त छवि रंजन ने इस गंभीर मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. एडिशनल कलेक्टर (अपर समाहर्ता) मामले की जांच करेंगे.
विदेशी हैं तबलीगी जमात से जुड़ी तीनों महिलाएं
क्वारंटाइन सेंटर में शारीरिक दूरी का पालन क्यों नहीं हुआ, इस सेंटर की निगरानी का जिम्मा किसके जिम्मे थे उससे पूछताछ की जाएगी. इस खबर के बाद झारखंड में बवाल मचा है. ये सभी महिलाएं तबलीगी जमात से जुडी हैं और विदेशी हैं. ये महिलाएं उच्च न्यायालय से जमानत पाने के बाद जेल से बाहर आई हैं.
रांची के हिंदपीढी में बड़ी मस्जिद से पकड़े गए तबलीगी जमात के 17 विदेशी मौलवियों में 3 महिलाएं जेल से छूटने के बाद गर्भवती मिली हैं. हालांकि तथ्यों से पता चल रहा है कि ये जेल में नहीं राजधानी रांची के खेलगांव क्वारंटाइन सेंटर में गर्भवती हुई हैं. वर्तमान में ये तीनों महिलाएं तीन से चार महीने की गर्भवती हैं.
एपेडेमिक डिजिज एक्ट-2020 हुआ उल्लंघन
झारखंड हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ताओं के अनुसार अगर महिला क्वारंटाइन सेंटर में रहने के दौरान गर्भवती हुई है तो एपेडेमिक डिजिज एक्ट-2020 का उल्लंघन हुआ है. ऐसे में उक्त महिला व पुरुष के खिलाफ एक्ट की धारा 2 (3) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है. वहीं, जिस प्रशासनिक अधिकारी के जिम्मे यहां की व्यवस्था थी उसके खिलाफ भी लापरवाही का मामला बनता है.
बता दें कि लॉकडाउन और वीजा नियमों के उल्लंघन के मामले में तबलीगी जमात के 17 विदेशी नागरिकों के विरुद्ध रांची के हिंदपीढी थाने में प्राथमिकी दर्ज है. इस मामले में सभी विदेशी नागरिक गिरफ्तार किए गए थे. तीनों महिलाएं उनके पति और अन्य विदेशी 30 मार्च से खेलगांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में थे, जहां से 20 मई को सभी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में भेजे गए थे.
हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मंगलवार को सभी जेल से बाहर निकले. दो माह पूर्व जेल में जाने से पूर्व महिलाओं ने बताया था कि वे एक-एक माह की गर्भवती हैं, जबकि वे 50 दिनों से क्वारंटाइन सेंटर में थीं. झारखंड हाई कोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के बाद फिलहाल जेल से बाहर आए तबलीगी जमात से जुड़े 17 विदेशी नागरिक रांची में ही ठिकाना बनाकर रह रहे हैं.
केस खत्म होने तक भारत छोड़कर नहीं जा सकते
विदेश से आए तबलीगी जमात से जुड़े नौ पुरुष कडरू स्थित एक घर में ठहरे में हैं जबकि आठ लोग (चार दंपती) गुदडी चौक मिशन रोड में रह रहे हैं. स्थानीय तबलीगी जमात के लोगों ने ही उनके रहने की व्यवस्था की है. बताया जाता है कि 15 जुलाई को हाईकोर्ट से इन्हें इस शर्त पर जमानत मिली थी।
दरअसल, जब तक केस समाप्त नहीं हो जाता कोई भी विदेशी भारत छोडकर नहीं जाएगा. 17 विदेशियों में से मलेशिया की एक 22 वर्षीय महिला कोरोना संक्रमित पाई गई थी. झारखंड में कोरोना संक्रमण का यह पहला मामला था. निजामुद्दीन मरकज में धार्मिक आयोजन में शामिल होकर ये सभी ट्रेन से रांची आए थे. इन पर लॉकडाउन और वीजा उल्लंघन का मामला दर्ज है.