धनबादः झरिया में जलती कोयला खदान, शौच के लिए गई तीन बच्चों की मां के पैर जमीन में धंसी, तपती गड्ढे में समाई, मौत

By एस पी सिन्हा | Published: December 18, 2020 07:23 PM2020-12-18T19:23:08+5:302020-12-18T19:24:30+5:30

झारखंड के धनबाद जिले के झरिया में हादसा हो गया। पैंतीस वर्षीय महिला के पैर के नीचे की पूरी जमीन ही धंस गयी और वह गड्ढे में वह समा गयी। महिला की मौके पर ही मौत हो गयी।

jharia woman buried alive in fire zone coal mine Dhanbad mother of three children died jharkhand | धनबादः झरिया में जलती कोयला खदान, शौच के लिए गई तीन बच्चों की मां के पैर जमीन में धंसी, तपती गड्ढे में समाई, मौत

पूरा क्षेत्र बीसीसीएल की कोयला खदानों का है और वर्षों से यहां आग लगी हुई है जो तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं बुझायी जा सकी है। (file photo)

Highlightsलोगों ने महिला के परिवार के लिए बीसीसीएल से दस लाख रुपये का हर्जाना मांगा।मांग के समर्थन में धनबाद-झरिया मार्ग को जाम कर दिया।23 मई, 2017 को एक पिता-पुत्र की झरिया टाउन में जमीन धंसने से मौत हो गयी थी।

धनबादः झारखंड के धनबाद में दर्दनाक हादसा हो गया। तीन बच्चों की मां शौच के लिए बाहर गई थी। झरिया की जलती कोयला खदान में पैर धंसने से मौत हो गई। 

धनबाद में झरिया की जलती कोयला खदान में आज उस समय एक बड़ा हादसा हो गया, जब सुबह शौच के लिए गयी एक पैंतीस वर्षीय महिला के पैर के नीचे की पूरी जमीन ही धंस गयी और वह गड्ढे में वह समा गयी। महिला की मौके पर ही मौत हो गयी।

सिंदरी क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक अजीत कुमार सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि आज सुबह साढ़े सात बजे कल्याणी देवी नामक यह महिला शौच होने के लिए खुली खदान की ओर गयी जहां एकाएक उसके पैरों के नीचे की जमीन धंस गयी और तीन बच्चों की मां यह महिला तपती खदान के भीतर समा गयी।

सूचना पाकर पहुंचे भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अधिकारियों एवं स्थानीय पुलिस ने बड़ी मशक्कत कर लगभग बारह बजे महिला को शावेल मशीनों की सहायता से बस्ताकोला इंडस्ट्री कोइलरी के जलते गड्ढे से बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी जलने और जहरीली गैसों के चलते दम घुटने से मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पाकर वहां पहुंचे बस्ती के लोगों ने महिला के परिवार के लिए बीसीसीएल से दस लाख रुपये का हर्जाना मांगा और अपनी मांग के समर्थन में धनबाद-झरिया मार्ग को जाम कर दिया।

भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के क्षेत्र के परियोजना अधिकारी शैलेन्द्र सिंह और स्थानीय पुलिस अधिकारी ने लोगों को काफी समझाया लेकिन लोग अभी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं और वह मृतका के शव को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने उसके शव को अंत्य परीक्षण के लिए अस्पताल ले जाये जाने से रोक दिया। अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में यह इस तरह की दूसरी घटना है। इससे पूर्व 23 मई, 2017 को एक पिता-पुत्र की झरिया टाउन में जमीन धंसने से मौत हो गयी थी।

अधिकारियों ने बताया कि यह पूरा क्षेत्र बीसीसीएल की कोयला खदानों का है और वर्षों से यहां आग लगी हुई है जो तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं बुझायी जा सकी है। यहां सभी बस्तियों को हटाने का आदेश हो चुका है और लोगों को अन्यत्र बसने के लिए भूमि भी आवंटित हो चुकी है लेकिन लोग इलाके को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। बीसीसीएल के अधिकारियों ने बताया कि आज की दुर्घटना यहां अवैध रूप से रह रहे लोगों के लिए एक और चेतावनी है कि वह इस क्षेत्र को खाली कर दें अन्यथा कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। 

Web Title: jharia woman buried alive in fire zone coal mine Dhanbad mother of three children died jharkhand

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