महाराष्ट्र में शिवसेना के सहारे JDU भी जमाना चाहती है अपने पांव? ऐसे निकाले जा रहे हैं मायने
By एस पी सिन्हा | Published: February 6, 2019 06:45 PM2019-02-06T18:45:37+5:302019-02-06T18:45:37+5:30
सूत्रों की अगर मानें तो सबकुछ अनुकूल रहा तो जदयू महाराष्ट्र में भी अपना पांव शिवसेना के सहारे जमाने की कोशिश करेगी. इसी कडी में प्रशांत किशोर ने भी शिवसेना प्रमुख को उनके साथ महाराष्ट्र में जदयू द्वारा सहयोग की पेशकश की है.
शिवसेना के साथ मिलकर जदयू महाराष्ट्र में चुनाव मैदान में भी उतर सकता है. कहा जा रहा है कि इसकी भी संभावना तलाशने के उद्देश्य से चुनावी रणनीतिकार और बिहार में सत्तारूढ़ दल जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने मुंबई मातोश्री गये थे. हालांकि इसकी पुष्टि किसी ओर से नही की जा रही है.
सूत्रों की अगर मानें तो सबकुछ अनुकूल रहा तो जदयू महाराष्ट्र में भी अपना पांव शिवसेना के सहारे जमाने की कोशिश करेगी. इसी कडी में प्रशांत किशोर ने भी शिवसेना प्रमुख को उनके साथ महाराष्ट्र में जदयू द्वारा सहयोग की पेशकश की है.
वैसे, प्रशांत किशोर ने भी कहा है कि एनडीए के घटक दल होने के नाते हम भी महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ हाथ मिलाना चाहते हैं, ताकि आने वाले लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में जीत सुनिश्चित करने में हम सहयोग कर सकें और लोकसभा चुनाव के आगे भी हमलोगों का साथ बना रहे. वहीं,
सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रशांत किशोर को महाराष्ट्र में एनडीए के बीच होने वाली सीटों के बंटवारे के लिए मध्यस्थता की भूमिका निभाने की भी जिम्मेवारी सौंपी गई है. यहां उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर को राजनीतिक रणनीतिकार माना जाता है.
2014 में भाजपा को जिताने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है. इसके बाद कुछ दिन के लिए प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के लिए भी काम किया. इसके बाद वह नीतीश कुमार के जदयू के साथ जुड गए.
बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के लिए पूरी रणनीति तैयार की और शानदार जीत दर्ज कराई. वर्तमान में प्रशांत किशोर जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. इस नाते जदयू के विस्तार की भी जिम्मेवारी उनपर दी गई है. ऐसे में जदयू भी मौके का फायदा उठाकर दूसरे प्रदेशों में भी अपनी पार्टी का विस्तर करने की रणनीति पर काम करने लगी है.