पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के द्वारा जन सुराज का दामन थामने पर जदयू ने कसा तंज, कहा- दोनों विषैले सांप एक हो रहे हैं
By एस पी सिन्हा | Updated: May 18, 2025 16:07 IST2025-05-18T16:07:04+5:302025-05-18T16:07:04+5:30
जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने जन सुराज पार्टी के सुप्रीमो प्रशांत किशोर और आरसीपी सिंह के एक होने के सवाल पर तंज कसते हुए कहा कि दोनों विषैले सांप एक हो रहे हैं।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के द्वारा जन सुराज का दामन थामने पर जदयू ने कसा तंज, कहा- दोनों विषैले सांप एक हो रहे हैं
पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं आसा पार्टी के मुखिया आरसीपी सिंह के द्वारा प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिए जाने पर जदयू ने तीखा पलटवार किया है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने जन सुराज पार्टी के सुप्रीमो प्रशांत किशोर और आरसीपी सिंह के एक होने के सवाल पर तंज कसते हुए कहा कि दोनों विषैले सांप एक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों छूटा हुआ कारतूस हैं। ये लोग जिस थाली में खाते हैं, उसी थाली में छेद करते हैं।
उन्होंने आरसीपी सिंह को ‘राजनीति का विषैला कीटाणु’ बताते हुए प्रशांत किशोर पर तेलंगाना की कंपनियों से आर्थिक लेनदेन का आरोप दोहराया। इस मौके पर उन्होंने तेजस्वी और राहुल गांधी पर भी कटाक्ष किया। नीरज कुमार ने चुनौती दी कि आरसीपी सिंह अगर नालंदा या किसी भी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ें और मुखिया के उम्मीदवार से कम वोट न आए तो वे राजनीति छोड़ देंगे। नीरज कुमार ने दोनों नेताओं की विश्वसनीयता और राजनीतिक प्रासंगिकता पर सवाल उठाए।
उन्होंने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी पर भी हमला बोला। तेजस्वी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वो अपनी पार्टी को संभाल नहीं पा रहे, और बिहार में विकास की बात करते हैं। वहीं, राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पहले अपनी पार्टी की रणनीति समझनी चाहिए, फिर बिहार में दखल देना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि पूर्व नौकरशाह आरसीपी सिंह 2010 में राजनीति में आए और दो बार राज्यसभा सदस्य बने। नीतीश कुमार ने उन्हें अपना प्रधान सचिव भी बनाया था। लेकिन 2021 में केंद्रीय मंत्री बनने के बाद दोनों नेताओं के संबंधों में दरार आ गई। अब उनका प्रशांत किशोर के साथ आना बिहार की राजनीति में एक नई धुरी बना सकता है।
वहीं, प्रशांत किशोर जो कभी नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी रहे और जदयू के रणनीतिकार के तौर पर काम कर चुके हैं। अब अपनी पार्टी जन सुराज के जरिए बिहार में नई राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं।