भारत में गजवा-ए-हिंद करना चाहते हैं जदयू-राजद, मुस्लिम तुष्टिकरण पर बोले केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह
By एस पी सिन्हा | Published: September 20, 2022 04:12 PM2022-09-20T16:12:32+5:302022-09-20T16:14:39+5:30
गिरिराज सिंह ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति और राजनीतिक संरक्षण के कारण इस सीमांचल इलाके की डेमोग्राफी बदल गई है। उन्होंने कहा कि भारत को गजवा-ए-हिंद बनाने की साजिश जदयू और राजद की सरकार में हो रही है।
पटना: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीमांचल में पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया जिले में आबादी का अनुपात बिगड़ने का दावा किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के 23 और 24 सितंबर को सीमांचल के दौरे की तैयारियों को लेकर पूर्णिया पहुंचे गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति और राजनीतिक संरक्षण के कारण इस सीमांचल इलाके की डेमोग्राफी बदल गई है। उन्होंने कहा कि भारत को गजवा-ए-हिंद बनाने की साजिश जदयू और राजद की सरकार में हो रही है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की तुष्टिकरण की नीति के कारण पूर्वांचल में हिन्दुओं की संख्या घट रही है, जबकि अल्पसंख्यकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए कुछ मठाधीश राजनेता घुसपैठियों के लठैत बन गए हैं और उन्हें धार्मिक और राजनीतिक संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की नीति के कारण आज पूर्वांचल का इलाका गौ तस्करी का अड्डा बन गया है। उन्होंने कहा कि क्या एक देश में एक कानून नहीं होना चाहिए? धर्म के आधार पर तो भारत का बंटवारा पहले ही हो चुका है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि शरजिल इमाम जैसे लोग कहते हैं कि ‘चिकन नेक’ को काटकर पूर्वांचल को काटकर अलग देश बनाएंगे। लेकिन हमारे रहते यह कभी भी नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि 2013 में पटना में नरेंद्र मोदी की सभा में सीरियल ब्लास्ट करावाया गया था, क्या उसमें एक खास वर्ग के लोग शामिल नहीं थे, जो नरेंद्र मोदी की हत्या करना चाहते थे? देश के तोड़ने की राजनीति तो ये लोग कर रहे हैं। भाजपा तो जोड़ने का काम कर रही है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि 1980 के बाद से भारत और पूर्वांचल की आबादी 20 गुना बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में हर देश के लोगों का एक अपना पहचान पत्र होता है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए कुछ लोगों ने देश को धर्मशाला बना दिया है। जो लोग आज तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं, वह आने वाले समय में भारत के लिए जघन्य अपराध साबित होगा। सीमांचल क्षेत्र में पशुओं की धड़ल्ले से तस्करी हो रही है और पशुधन कम होते जा रहे हैं। घुसपैठ और पशु तस्करी के लिए राजनीतिक संरक्षण एवं तुष्टिकरण सबसे बड़ी विडंबना है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि 1970 के बाद सीमांचल और पूर्वांचल इलाके में घुसपैठ काफी बढ़ गयी है जो इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की जनता को इसके प्रति सजग रहने की जरूरत है। राज्य में लगातार पशुओं की संख्या गिर रही है। पहले पशुओं की जो संख्या थी अब के समय में उसमें काफी कमी आई है।