जयंत चौधरी ने चंद्रशेखर आजाद को लेकर कहा, "वो रालोद-सपा गठबंधन के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को चुनौती देंगे"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 10, 2022 08:42 PM2022-12-10T20:42:54+5:302022-12-10T20:47:11+5:30
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने 2024 के लोकसभा चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनावों को लेकर कहा कि रालोद और सपा बहुत गंभीरता से भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद के साथ मिलकर भाजपा को चुनौती देने का मन बना रहा है।

फाइल फोटो
लखनऊ: यूपी उपचुनाव में खतौली सीट से सत्ताधारी भाजपा को पटखनी देने वाले राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि सपा गठबंधन के साथ पार्टी ने जिस तरह से भाजपा कैंडिडेट राजकुमारी सैनी को हराया है और पार्टी प्रत्याशी मदन भैया ने 22,143 वोटों से सीट अपने नाम की है, लोगों की अपेक्षाएं हमसे काफी बढ़ गई हैं।
समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने दलितों को रालोद-सपा गठबंधन के और नजदीक लाने के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि मैं दलित समुदाय की बात करता हूं। 26 नवंबर के दिन भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के साथ मिलकर संविधान दिवस मनाया था और उसी दिन हमने सही मायने में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत भी की थी।
उन्होंने कहा कि इस एकजुटता का हमारे मतदाता में एक मजबूत संदेश गया और इसके अलावा भी में पहले से अपने विधायकों को एससी/एसटी समुदायों में विकास कार्यों के लिए एमएलए फंड से एक हिस्सा देने का निर्देश देते रहता हूं। इसके जरिये हमने तय किया था कि बहुजन उदय अभियान चलाया जाए ताकि बहुजन समाज को समाज के मुख्यधारा में लाया जा सके।
जयंत चौधरी ने कहा कि हमने हाथरस केस (दलित लड़की से गैंगरेप और हत्या) के मामले में सबसे मुखर होकर आवाज उठाई थी। यह सच है कि हमारे समाज में आज भी इनके लिए बहुत कुछ किये जाने की जरूरत है क्योंकि निश्चित रूप से दलित समुदाय मुख्य समाज से अब भी बहुक दूर है। हमारे इन्हीं प्रयासों के कारण दलित वर्ग ने हमारे लिए मतदान किया है। आज की तारीख में एक बात स्पष्ट है कि बसपा दलितों की लड़ाई नहीं लड़ रही है और ही कारण है कि चंद्रशेखर आजाद जैसे युवा उस समुदाय को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
भीम आर्मी के साथ आगामी चुनावों में साझेदारी के मुद्दे पर रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि हम बहुत गंभीरता से इस दिशा में सोच रहे हैं और आशा करते हैं कि चंद्रशेखर आजाद और भीम आर्मी 2024 के लोकसभा चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनावों में सपा-रालोद गठबंधन का मजबूत हिस्सा बनें और मिलकर भाजपा के साथ लड़ने में हमारे साथ एक मंच पर खड़े हों।