आजम खान की टिप्पणी पर जया प्रदा का पलटवार, कहा- उन्हें चुनाव लड़ने की नहीं देनी चाहिए अनुमति
By रामदीप मिश्रा | Published: April 15, 2019 11:30 AM2019-04-15T11:30:42+5:302019-04-15T11:30:42+5:30
आजम खान ने रविवार को चुनावी सभा में कहा, 'मैं उन्हें (जया प्रदा) को रामपुर लेकर आया था। आप इस बात के गवाह है कि मैंने किसी को भी उनका शरीर छूने नहीं दिया। उनका असली चेहरा पहचानने में आपको 17 साल लगे लेकिन मैं केवल 17 दिन में जान गया कि वह अंडर*** खाकी रंग का पहनती हैं।'
समाजवादी पार्टी (सपा) के रामपुर से उम्मीदवार आजम खान ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार जया प्रदा को लेकर रविवार (14 अप्रैल) को विवादित टिप्पणी की, जिस पर जया प्रदा ने सोमवार (15 अप्रैल) को पलटवार किया है और कहा है कि उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उन्हें (आजम खान) चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि अगर यह आदमी जीत गया, तो लोकतंत्र का क्या होगा? समाज में महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं होगी। हम कहां जाएंगे? क्या मुझे मर जाना चाहिए, तब आप संतुष्ट होंगे? आप सोचते हैं कि मैं डर जाऊंगी और रामपुर छोड़ दूंगी? लेकिन मैं नहीं छोड़ूंगी।
Jaya Prada: He shouldn't be allowed to contest elections. Because if this man wins, what will happen to democracy? There'll be no place for women in society. Where will we go? Should I die, then you'll be satisfied? You think that I'll get scared & leave Rampur? But I won't leave pic.twitter.com/85EuDaoZd8
— ANI UP (@ANINewsUP) April 15, 2019
आजम खान की टिप्पणी पर जया ने कहा कि यह मेरे लिए कोई नई बात नहीं है, आपको याद होगा कि मैं उनकी पार्टी से 2009 में एक उम्मीदवार थी और उनके द्वारा मेरे खिलाफ टिप्पणी की गई थी। उस समय किसी ने भी मेरा समर्थन नहीं किया। मैं एक महिला हूं और मैं कभी उस टिप्पणी को दोहरा नहीं सकती। मुझे नहीं पता कि मैंने उनके साथ क्या किया है कि वह ऐसी बातें कह रहे हैं।
Jaya Prada on Azam Khan's remark:It isn't new for me,you might remember that I was a candidate from his party in'09 when no one supported me after he made comments against me.I'm a woman&I can't even repeat what he said.I don't know what I did to him that he is saying such things pic.twitter.com/KEKzFvlQbF
— ANI UP (@ANINewsUP) April 15, 2019
आपको बता दें, आजम खान ने रविवार को चुनावी सभा में कहा, 'मैं उन्हें (जया प्रदा) को रामपुर लेकर आया था। आप इस बात के गवाह है कि मैंने किसी को भी उनका शरीर छूने नहीं दिया। उनका असली चेहरा पहचानने में आपको 17 साल लगे लेकिन मैं केवल 17 दिन में जान गया कि वह अंडर*** खाकी रंग का पहनती हैं।' हलांकि, बाद में विवाद बढ़ने के बाद आजम ने सफाई दी कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। अगर वे दोषी पाए जाते हैं तो चुनाव नहीं लड़ेंगे।
आजम और जया प्रदा के आपसी रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में बेहद तल्ख रहे हैं। आजम खान हालांकि साल 2004 में जया प्रदा के पक्ष में थे। माना जाता है कि उन्होंने ही जया प्रदा को तब रामपुर से सपा का टिकट दिलवाया था। इसके बाद समीकरण बदलते चले गये और 2009 के बाद से दोनों के बीच कई मौकों पर जुबानी जंग और तनातनी देखी जाती रही है।
जया प्रदा 2004 और 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर रामपुर से समाजवादी पार्टी की ओर से सासंद रही हैं। बाद में 2010 में उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया। जया प्रदा पिछले ही महीने बीजेपी से जुड़ी हैं।