CAB:सपा नेता जावेद अली खान ने कहा-"BJP इस बिल के माध्यम से जिन्ना के सपने को पूरा करना चाहती है"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 11, 2019 02:27 PM2019-12-11T14:27:44+5:302019-12-11T14:27:44+5:30
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को उम्मीद जताई कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ पूर्वोत्तर में हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए वे विपक्षी दल उच्च सदन में इस विधेयक के खिलाफ वोट करेंगे जिन्होंने लोकसभा में इसके पक्ष में वोट किया था।
नागरिकता संशोधन बिल आज राज्य सभा में पेश हो गया। इस बिल पर बहस के लिए 6 घंटे का समय तय किया गया था। इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता जावेद अली खान ने कहा कि एनआरसी व कैब के जरिए यह सरकार जिन्ना के सपने को पूरा करना चाहती है।
Javed Ali Khan,Samajwadi Party in Rajya Sabha: Our Govt through this #CitizenshipAmendmentBill and #NRC is trying to fulfill the dream of Jinnah. Remember, in 1949 Sardar Patel had said 'we are laying the foundation of a truly secular democracy in India' pic.twitter.com/BGl3cP139E
— ANI (@ANI) December 11, 2019
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि याद कीजिए, 1949 में सरदार पटेल ने कहा था कि 'हम भारत में वास्तव में धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र की नींव रख रहे हैं।"
इसके अलावा आपको बता दें कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को उम्मीद जताई कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ पूर्वोत्तर में हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए वे विपक्षी दल उच्च सदन में इस विधेयक के खिलाफ वोट करेंगे जिन्होंने लोकसभा में इसके पक्ष में वोट किया था। आजाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं आशा करता हूं कि विपक्षी दल इस विधेयक के विरोध के कारणों को देखेंगे कि यह क्यों नहीं पारित होना चाहिए।
यह विधेयक पूरी तरह असंवैधानिक है। इस विधेयक का पूरे पूर्वोत्तर में विरोध हो रहा है। देश के कई दूसरे हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहले कभी नहीं देखा कि पूर्वोत्तर के लोग किसी विधेयक के खिलाफ इस तरह से एकजुट हों।’’ आजाद ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ये विरोध देखकर जिन राजनीतिक दलों ने लोकसभा में इस विधेयक के पक्ष में वोट किया था, वो राज्यसभा में विरोध में वोट करेंगे।’’
नागरिकता संशोधन विधेयक पर बुधवार को राज्यसभा में चर्चा हो रही है। लोकसभा ने सोमवार को इस विधेयक को मंजूरी प्रदान की।