कश्मीरः आतंकवादियों ने राजस्थान के ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर की हत्या, बाग मालिक को पीटा
By भाषा | Published: October 14, 2019 10:38 PM2019-10-14T22:38:19+5:302019-10-14T22:38:19+5:30
Jammu Kashmir: घाटी में फलों से भरे ट्रकों की आवाजाही शुरू होने से हताश होकर आतंकवादियों ने शीरमाल गांव में यह हमला किया। यह घटना तब हुई जब कश्मीर में 72 दिन के प्रतिबंध के बाद पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल हुई।
जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में सोमवार को एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक समेत दो आतंकवादियों ने राजस्थान के एक ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी और एक बाग के मालिक से मारपीट की। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान शरीफ खान के रूप में की गई है।
पुलिस ने बताया कि घाटी में फलों से भरे ट्रकों की आवाजाही शुरू होने से हताश होकर आतंकवादियों ने शीरमाल गांव में यह हमला किया। यह घटना तब हुई जब कश्मीर में 72 दिन के प्रतिबंध के बाद पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल हुई।
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से संचार सेवाएं बंद थी। पुलिस ने कहा, ‘‘सोमवार की घटनाओं को लेकर स्थानीय लोगों में रोष है।’’ उन्होंने बताया कि हमले में शामिल आतंकवादियों में से एक के पाकिस्तानी होने का संदेह है। प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया था कि बदमाशों द्वारा ट्रक फूंके जाने के बाद ड्राइवर की मौत हुई।
J&K Police sources: Truck driver Shrief Khan was shot dead by the terrorists. One terrorist involved in the act is reported to be a Pakistani. https://t.co/TAN7tOYr0D
— ANI (@ANI) October 14, 2019
इधर, अभी हाल ही में सेना के उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा था कि कश्मीर में आतंकवादी हथियारों की कमी का सामना कर रहे हैं और इसी कारण वे विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) और पुलिस थानों से हथियार छीनने या लूटपाट करने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान इस वक्त घबराहट की स्थिति में है और वह हथियार भेजने के लिये अलग-अलग पैंतरे आजमा रहा है।
भद्रवाह में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कश्मीर में अफगान आतंकवादियों के घुसपैठ की खबरों के सवाल पर सिंह ने कहा कि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। सेना का आतंकवाद-रोधी तंत्र बहुत मजबूत है और ऐसे प्रयासों को नाकाम करने के लिये सेना हमेशा तत्पर और सतर्क रहती है।
उन्होंने कहा था कि अगर इसके बावजूद घुसपैठिये सीमा पार कर घुसपैठ कर जाते हैं तो उन्हें खत्म कर दिया जायेगा। नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर और लॉन्च पैड के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा था कि हमलोग एलओसी पर स्वयं घुसपैठ की मुहिम को नाकाम करने सक्षम हैं। यह बहुस्तरीय मुहिम है। अगर वे (आतंकवादी) पहला घेरा पार कर जाते हैं तो उन्हें दूसरे घेरे में पकड़ लिया जायेगा या हो सकता है उसके बाद के घेरे में पकड़े जा सकते हैं।