साउथ-नार्थ कश्मीर के पांच गांवों में एक साथ तलाशी अभियान, सेना, BSF और CPRF मिशन पर
By सुरेश एस डुग्गर | Published: June 24, 2020 04:20 PM2020-06-24T16:20:48+5:302020-06-24T16:20:48+5:30
सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ की 178 बटालियन और एसओजी के जवान शोपियां के तीन गांवों जबकि उत्तरी कश्मीर में सेना की 13 आरआर, बीएसएफ की 45 बटालियन और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसओजी के जवान अभियान चलाए हुए हैं।
जम्मूः अधिकारियों ने इसे माना है कि साउथ व नार्थ कश्मीर में आतंकियों का जबरदस्त खतरा पैदा हो गया है। उनके बकौल, बड़ी संख्या में आतंकियों के इन क्षेत्रों में घुस आने की खबरें हैं और इन खबरों के बाद साउथ व नार्थ कश्मीर के पांच गांवों में एक साथ तलाशी अभियान छेड़ा गया है।
ये अभियान पांच गांवों में चल रहा है। इनमें शोपियां के तीन गांव भी शामिल हैं। सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ की 178 बटालियन और एसओजी के जवान शोपियां के तीन गांवों जबकि उत्तरी कश्मीर में सेना की 13 आरआर, बीएसएफ की 45 बटालियन और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसओजी के जवान अभियान चलाए हुए हैं। अभी तक कहीं से भी आतंकी मुठभेड़ की सूचना नहीं है।
जानकारी के आधार पर ही सुबह ये सर्च आपरेशन शुरू किए गए थे
सुरक्षाबलों से अभी तक मिली जानकारी के आधार पर ही सुबह ये सर्च आपरेशन शुरू किए गए थे। सुरक्षाबलों के सयुक्त दलों ने सभी इलाकों की घेराबंदी करने के बाद घर-घर की तलाशी ली। अभी तक किसी आतंकी के देखे जाने या फिर इलाके में मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है।
सूत्रों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां के जिन तीन गांवों में यह अभियान चला रहा है उनमें चेक चोलन, ट्रेंज और सुगन शामिल हैं। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार यहां आतंकी की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है। ये अभियान अब समाप्ति की ओर है।
आपको जानकारी हो कि 10 जून को शोपियां जिले के सुगन इलाके में पांच स्थानीय आतंकवादी मारे गए थे। आज जब यहां एक बार फिर आतंकियों की मौजूदगी खबर मिली तो सुरक्षाबलों ने इसे गंभीरता से लेते हुए यह अभियान चलाया। वहीं यारीपोरा कुलगाम के पीरबल इलाके में भी तलाशी अभियान चलाया गया। यहां सुरक्षाबलों ने घर-घर की तलाशी ली और लोगों के पहचान पत्र की जांच की।
इसके अलावा उत्तरी कश्मीर के जिला बांडीपोरा के सुंबल इलाके सोदन्नारा गांव में भी सेना की 13 आरआर, बीएसएफ की 45 बटालियन ने तलाशी अभियान चलाया हुआ है। यहां भी अभी तक आतंकवादियों की मौजूदकी की कोई सूचना नहीं है। सैन्य सूत्रों का कहना है कि यहां तलाशी अभियान पूरा हो चुका है और अब जवान वापस अपनी यूनिटों में लौट गए हैं।