केंद्र सरकार हिंसाग्रस्त कश्मीर की गुलाबी तस्वीर पेश करने की कोशिश कर रही: फारूक अब्दुल्ला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 6, 2022 07:25 AM2022-06-06T07:25:02+5:302022-06-06T07:27:25+5:30
घाटी में हाल में हुई हिंसा की घटनाओं का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वहां सुरक्षा की स्थिति चरमरा गई है, लेकिन वे (केंद्र सरकार) दुनिया के सामने सामान्य स्थिति पेश करना चाहते हैं जबकि यह ठीक इसके विपरीत है।
श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और सांसद फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर जम्मू कश्मीर पर वास्तविक हालात को अस्वीकार करने की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए आरोप लगाया कि वह हिंसाग्रस्त क्षेत्र की एक गुलाबी तस्वीर पेश कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला, सीमावर्ती जिले पुंछ के सुरनकोट में पार्टी कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे। घाटी में हाल में हुई हिंसा की घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां सुरक्षा की स्थिति चरमरा गई है, लेकिन वे (केंद्र सरकार) दुनिया के सामने सामान्य स्थिति पेश करना चाहते हैं जबकि यह ठीक इसके विपरीत है।
उन्होंने कहा कि वे किस सामान्य स्थिति की बात कर रहे हैं? क्या यह सामान्य है कि शोपियां में एक विस्फोट में सेना के तीन जवान घायल हो जाते हैं, कुलगाम में आतंकवादियों द्वारा एक गैर-स्थानीय बैंकर की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और एक अन्य गैर-स्थानीय मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और बडगाम में एक ही दिन में एक अन्य घायल हो जाता है।
उन्होंने कहा कि किसी समस्या को हल करने के लिए पहला कदम यह स्वीकार करना है कि यह मौजूद है। केंद्र से सत्ता चलाने वाली पार्टी वास्तविक हालात को अस्वीकार करने की नीति में जी रही है। वह चाहती है कि कश्मीरी पंडित सहित हर कोई अपना सिर झुकाए रखे और दिखावा करे कि कश्मीर में सब कुछ ठीक है।
बता दें कि, कश्मीर में आतंकवादी समूहों, खासकर लश्कर-ए-तैयबा ने पिछले तीन महीने में कम से कम 13 लोगों की लक्षित रूप से हत्या की है, जिनमें गैर मुसलमान, सुरक्षाकर्मी, एक कलाकार और स्थानीय आम नागरिक शामिल हैं।